(जयपुर): राजस्थान के भरतपुर जिले सहित प्रदेश के कई जिलों में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष का कई वर्षों से पद खाली पड़ा है लेकिन इंतजार की घड़ियां कब ख़त्म होंगी इस पर सभी कार्यकर्ता अपनी नज़रे टिकाये बैठे हैं।
अपको बता दे कि राजस्थान में 2023 में विधानसभा चुनाव होंगे और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस पार्टी के अन्य मंत्री कहते हैं कि कांग्रेस पार्टी इस बार रिपीट करेगी और प्रदेश में 2023 के चुनाव में बहुमत से फिर सरकार बनाएगी।
2018 के चुनाव में बहुमत हासिल कर कांग्रेस पार्टी ने अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस पार्टी की सरकार बनाई थी। लेकिन 2020 में सचिन पायलट के कुछ समर्थक विधायक हरियाणा के मानेसर के एक होटल में जा बैठे। उस समय कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ही थे।
मानेसर जाने के बाद वरिष्ठ नेताओं ने सचिन पायलट से वार्ता करने की कोशिश की लेकिन सचिन पायलट ने उनको भी कोई तवज्जों नहीं दी, तो कांग्रेस पार्टी ने 14 जुलाई 2020 को सचिन पायलट को प्रदेशाध्यक्ष पद से उपमुख्यमंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था। साथ ही राजस्थान की प्रदेश कार्यकारिणी के साथ ही सभी जिलों की कार्यकारिणी को भी भंग कर दिया था।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं द्वारा कोशिश करने के बाद भी जब सचिन पायलट नहीं मानें तो 14 जुलाई 2020 को सचिन पायलट को प्रदेशाध्यक्ष पद से उपमुख्यमंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था।
राजस्थान कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा को बनाया गया था। गोविन्द सिंह डोटासरा ने उस वक्त सभी जिलों की एनएसयूआई, कांग्रेस सेवादल, यूथ कांग्रेस, जिला कांग्रेस की कार्यकारिणी को भंग कर दिया था।
गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश अध्यक्ष बने हुए दो साल से भी ज्यादा हो गए हैं लेकिन दो साल गुजर जाने के बाद भी डोटासरा प्रदेश के सभी जिलों में कांग्रेस की टीम तैयार नहीं कर पाये है और मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस के विधायक और मंत्री राजस्थान में 2023 के चुनाव में फिर से सरकार बनाने की बात करते है।
प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने दिसंबर 2021 में 13 जिलाध्यक्ष के नामों का ऐलान किया था उस समय लगने लगा था कि शायद जल्द ही सभी जिलों के कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष के नामों की घोषणा हो जाएगी। लेकिन अभी तक प्रदेश के कई जिलों में कांग्रेस पार्टी की कार्यकारिणी भंग पड़ी है और मुख्यमंत्री दोबारा सरकार बनाने का दावा करते हैं।
राजस्थान के कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को अब कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से कुछ उम्मीद है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे जल्दी ही जिलों की कार्यकारिणी का गठन करेंगे जिससे 2023 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी को फायदा हो सके।