जयपुर: (CM Ashok Gehlot presented his last budget) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने तीसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश कर रहे हैं। इस दौरान सीएम गहलोत ने विधानसभा में पुराना बजट पढ़ दिया।
In a big embarrassment, Rajasthan CM Ashok Gehlot today mistakenly read last year's budget in the state assembly pic.twitter.com/gQaGGQatFV
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) February 10, 2023
हालांकि विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक मंत्री महेश जोशी ने उन्हें बीच में ही रोक दिया। इसके चलते सदन में भारी हंगामा होने लगा। इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। विधानसभा में जब सीएम गहलोत बजट पढ़ रहे थे, तब बीच में ही विपक्षी नेता हंगामा करने लगे। इस दौरान अशोक गहलोत ने कहा कि थोड़ा सा सब्र रखें। इससे सभी को अच्छा लगेगा।
वहीं मंत्री महेश जोशी ने कहा कि सभी लोग आपको देख रहे हैं। ये गलत बात है। जानकारी के मुताबिक विधानसभा में विपक्ष जमकर हंगामा कर रहा है। बताया जा रहा है कि अशोक गहलोत जब बजट पढ़ रहे थे, तो इस दौरान उन्होंने पिछली तीन से चार योजनाओं को भी गिना दिया। इतना ही नहीं, बल्कि इसमें शामिल शहरी विकास योजना जो कि पिछले साल लागू की गई थी। उसे भी सीएम ने गिना दिया। तभी जलदाय मंत्री महेश जोशी ने सीएम के कान में कहा। इसके बाद उन्होंने सॉरी कहा। लेकिन इसके बाद विपक्ष ने सदन में भारी हंगामा शुरू कर दिया।
विपक्ष के हंगामे के बीच विधानसभा स्पीकर ने कहा कि मैं सदन छोड़कर चला जाऊंगा। लेकिन विपक्ष शांत लही हुआ और हंगामा बढ़ता देख राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। दरअसल, सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी की घोषणा की जाती है। इसके तहत शहर में रहने वाले लोगों को 100 दिन का रोजगार मिलेगा। इस पर प्रतिवर्ष 800 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
इस दौरान उन्होंने एक शेर भी पढ़ा। तभी जलदाय मंत्री ने उन्होंने बीच में रोका। क्योंकि सीएम जिन घोषणाओं को बजट के दौरान पढ़ रहे थे, वह पिछले साल लागू की गई थीं, वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस मामले में ट्वीट करते हुए कहा कि पेपर लीक के बाद अब राजस्थान का बजट भी लीक! गहलोत जी एक कॉपी तो अपने पास भी रखते, पुराना नहीं पढ़ना पड़ता
इतना ही नहीं, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गजब बे-सुध रहते हैं गहलोत जी, इस साल के बजट का चुनावी प्रचार किया और पढ़ने लगे पुराना बजट! जनता कुशासन से फैले अंधकार में राहत की रोशनी की सोच रही थी यहां मुख्यमंत्री की बत्ती ही गुल हो गई। समझ नहीं आ रहा, हंसे या रोएं! वहीं, इस दौरान गहलोत ने कहा कि गलती से एक एक्सट्रा पेज लग गया, मान लीजिए। प्रेस में ये बजट मैंने नहीं छपवाया है। 7-7 दिन तक बजट संबंधी कर्मचारी रात को सोते नहीं है। अगर एक पेज गलत लग गया, सुबह 6 बजे मेरे पास कॉपी आती है। हालांकि पुराना बजट पढ़ने पर सीएम गहलोत ने विधानसभा में माफी भी मांगी।
सीएम गहलोत 8 मिनट तक पिछले साल का बजट पढ़ते रहे। गहलोत ने कहा कि भाजपा सिर्फ़ यह दिखाना चाहती है कि वह राजस्थान के विकास और तरक्की के खिलाफ है। इनका मन-गढ़ंत आरोप कि बजट लीक हो गया। यह दर्शाता है कि बजट को भी यह अपनी ओछी राजनीति से नहीं छोड़ेंगे। ‘बचत, राहत, बढ़त’ में एक ही बाधा है – भाजपा। वहीं, कार्यवाही स्थगित होने के बाद भाजपा विधायक सदन के वेल के अंदर धरने पर बैठ गए