India News (इंडिया न्यूज़), Rajasthan Election Survey: राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य की राजनीति के नक़्शा में एक बड़ा बदाव हुआ है। इस नक़्शे को दौरान राजस्थान की सभी 200 सीटों को लेकर एक सर्वे चलाया गया, जिसमें राज्य के प्रत्येक प्रत्याशी से सवाल-जवाब किए गए। बता दें कि इसमें शामिल 41 फीसदी किसानों और 45 फीसदी गृहणियों ने कहा है कि वो अपने मौजूदा विधायक को दोबारा वोट देंगे। तो वहीं जब उनसे यह पूछा गया कि वो किस आधार पर वोट करेंगे तो 58 फीसदी महिलाओं और 52 फीसदी पुरुषों ने कहा कि वो प्रत्याशी के आधार पर मतदान करेंगे। लेकिन अगर पिछली बार की बात की जाए तो, पिछली बार 41 फीसदी पुरुषों और 50 फीसदी महिलाओं ने प्रत्याशी के नाम पर वोट किया था। तो आइए विस्तार से जानते हैं कि सर्वेक्षण के नतीजे क्या रहे।
सर्वे के दौरान आमजन की राय
- प्रत्याशी पसंद न आने पर सामान्य वर्ग के 27, एससी वर्ग के 26, ओबीसी के 22 और 20 फीसदी एसटी वर्ग के मतदाता नोटा को वोट करेंगे।
- 10 वीं तक पढ़े 48 फीसदी लोग पार्टी, स्नातक या उससे अधिक पढ़े 56 फीसदी लोग प्रत्याशी देखकर वोट करेंगे।
- दागी प्रत्याशी की स्थिति में 10वीं तक पढ़े लिखे 34 फीसदी लोग अपनी पसंदीदा पार्टी को ही वोट देंगे। स्नातक से ज्यादा पढ़े लिखे केवल 17 फीसदी लोग ही अपनी पार्टी के साथ रहेंगे। वहीं 36 फीसदी लोग दूसरी पार्टी को वोट देंगे।
- 10वीं तक की पढ़ाई करने वाले 43 फीसदी लोगों और स्नातक और उससे अधिक की पढ़ाई करने वाले 52 फीसदी लोगों को नया प्रत्याशी चाहिए।
- मौजूदा विधायक के कामकाज से खुश होकर एससी वर्ग के 37 फीसदी मतदाता उसे वोट करेंगे। वहीं ओबीसी के 57 फीसदी मतदाता उसी पार्टी को वोट देंगे जिसे पिछली बार दिया था। ऐसा करने वाले सामान्य वर्ग को लोगों की संख्या भी 57 फीसदी है।
- लोगों से पूछा गया कि अगर उनकी पसंदीदा पार्टी ने किसी दागी को टिकट दिया तो किसे वोट देंगे। इस सवाल के जवाब में 33 फीसदी किसानों ने कहा कि वो पार्टी को ही वोट करेंगे।वहीं 59 फीसदी सरकारी नौकरी वालों ने कहा कि वो प्रत्याशी देखकर वोट करेंगे।वहीं 46 फीसदी व्यापारियों ने कहा कि वो प्रत्याशी देखकर वोट करेंगे तो 44 फीसदी ने कहा कि वो पार्टी देखकर वोट करेंगे।
- 10वीं पास 64 फीसदी लोग और स्नातक तक पढ़े 54 फीसदी लोग इस बार भी उसी पार्टी को वोट देंगे, जिसे पिछली बार दिया था। वहीं 63 फीसदी पम पढ़े-लिखे और 51 फीसदी ग्रेजुएट प्रत्याशी नापसंद होने के बाद भी अपनी पसंद की पार्टी के साथ हैं।
- स्नातक तक की पढाई करने वाले 52 फीसदी लोग इस बार नया उम्मीदवार चाहते हैं। वहीं कम पढे-लिखे 53 फीसदी लोगों को अनुभवी और 38 फीसदी को युवा प्रत्याशी चाहिए।
- स्नातक तक की पढ़ाई करने वाले 47 फीसदी लोग युवा और 43 फीसदी लोगों को अनुभवी प्रत्याशी चाहिए।