Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव आने को है। लेकिन सभी पार्टी फाइनल तैयारी में लगे हुए हैं। कभी किसी पार्टी के नेता रैली निकालते है तो कोई धरना प्रदर्शन करते है। लेकिन इस बार बात बसपा की है। जी हां पिछले दो विधानसभा चुनाव में बेहतर करने वाली बसपा इस बार अलग रणनीति पर काम कर रही है। बसपा प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा का दावा है कि इस बार पार्टी वैसे सभी 200 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी, मगर 60 सीटों पर पूरा फोकस होगा।
ये वो सीटें हैं, जहां पर बसपा पहले, दूसरे या तीसरे स्थान पर रह चुकी है। बता दें कि राजस्थान में ऐसी कुल 60 सीटें हैं। पूर्वी राजस्थान के अलावा झुंझनूं, सीकर और चूरू के साथ जयपुर की बगरूं और दूदू पर भी पूरा फोकस है। भगवान सिंह बाबा ने खुलकर बसपा की नीतियों और चुनावी रणनीति पर अपना पक्ष रखा है।
बसपा अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा का कहना है कि बसपा की पूरी तैयारी है। पार्टी पिछली बार से ज्यादा मजबूती इस बार चुनाव लड़ेगी। उनका यह भी कहना है कि जब बसपा मजबूती से चुनाव लड़ती है तो कोई भी दल बहुमत में नहीं आता है। पिछली बार भी कांग्रेस को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। वैसे तो पार्टी सुप्रीमो का आदेश है कि सभी सीटों पर चुनाव लड़ना है और हम जुटे भी हैं। मगर 60 विधान सभा की सीटें हमारी प्राथमिकता में है। ये वो सीटें हैं जहां पर बसपा या तो जीती है और या तो नंबर दो पर रही है। इसलिए अपने वोटर्स को निराश नहीं करना है। बसपा मजबूती से चुनाव में उतरेगी।
बाबा का कहना है कि अभी किसी दल से कोई गठबंधन नहीं हो रहा है और न किसी दल से कोई चर्चा है। हम सभी सीटों पर अभियान चलाकर अपने वोटर्स के पास जा रहे हैं। इसी के तहत बसपा चली गांव की ओर अभियान चलाया जा रहा है। अभी भी दलित और अनुसूचित जनजाति के लिए कोई काम नहीं हो रहा है। सरकारें अपने मन मुताबिक काम कर रही है। इसीलिए हम किसी से कोई गठबंधन नहीं करने वाले हैं। हमें दमदारी से चुनाव लड़ना है।
भगवान सिंह बाबा ने इस बात पर जोर देकर कहा कि हमारे विधायकों को ले जाकर कांग्रेस अपनी सरकार तो बचा लेती है। लेकिन जब चुनाव में कांग्रेस जाती है तो उसका बुरा हाल हो जाता है और जब कांग्रेस सरकार में आती भी है तो उसे पूर्ण बहुमत नहीं मिलता है। इसलिए हम इस बार कांग्रेस के इस दोहरी नीति के खिलाफ लोगों को जागरूक भी करेंगे। बीजेपी भी दलितों के लिए कोई काम नहीं कर रही है। बाबा का आरोप है कि आज भी राजस्थान में दलित घोड़ी पर बैठक शादी में नहीं जा पा रहा है।
बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस बार इतनी सीट जरूर लाई जाएगी कि हमारी सरकार बन जाए। हम इस बार किसी को बहुमत में नहीं आने देंगे। हम प्रत्याशियों के चयन में जुटे हैं। जल्द इसपर सहमति बन जाएगी। इस बार हम प्रत्याशियों पर धोखा नहीं खाने वाले हैं। हमारी सीटें इस बार ज्यादा होंगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही बसपा सुप्रीमो की रैली और सभाएं होंगी। बसपा कार्यकर्ता यहां पर उत्साहित हैं। हम 2023 में यहां सरकार बनाएंगे और 2024 में बसपा सुप्रीमो मायवती को पीएम बनाना है।