(जयपुर): जोधपुर में शादी समारोह में 5 गैस सिलेंडर में ब्लास्ट होने से अफरा-तफरी मच गई। हादसे में दूल्हे, उसके माता-पिता समेत 60 लोग झुलस गए। 2 बच्चों की मौत भी हो गई। हादसा शेरगढ़ के पास भूंगरा गांव में गुरुवार यानी 8 दिसंबर दोपहर सवा तीन बजे हुआ। अपको बता दे कि यहां तख्त सिंह के घर में शादी समारोह था। घर से बारात रवाना होने वाली थी, तभी अचानक सिलेंडर फट गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना की सूचना मिलने पर कलेक्टर हिमांशु गुप्ता हॉस्पिटल पहुंचे। डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल दिलीप कच्छावा ने बताया कि 60 जख्मी लोगों में से 51 को जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में एडमिट करवाया गया है। इनमें 8 लोग 90 प्रतिशत से ज्यादा झुलसे हैं। 48 लोग वार्ड में एडमिट है, 1 बच्चा आईसीयू में है। जबकि 5 और 7 साल के दो बच्चों की मौत हो गई।
जहां ये हादसा हुआ, तब वहां काफी संख्या में बाराती मौजूद थे। झुलसे लोगों को शेरगढ़ लाया गया। यहां से कुछ लोगों को जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल की बर्न यूनिट में रेफर किया गया है।
ग्रामीण एसपी अनिल कयाल ने बताया कि 5 सिलेंडर फटे थे। खाना बनाते समय अचानक एक सिलेंडर में लीकेज हुआ और आग पकड़ ली। इसी दौरान वहां पास में मौजूद पांच सिलेंडर ने भी आग पकड़ ली और धमाके होने लगे। जहां सिलेंडर फटे, वहां करीब 100 लोग मौजूद थे।
हादसे की सूचना मिलने के बाद जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल प्रबंधन को अलर्ट कर दिया गया था। शाम करीब साढ़े पांच बजे एक बाद एक पहुंचे घायलों से अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया।
शादी समारोह के दौरान हॉल के एक चौक में महिलाएं बैठकर बातें कर रही थीं। इस दौरान एक सिलेंडर ब्लास्ट होकर महिलाओं के ऊपर गिरा। घायलों में महिलाओं की संख्या ज्यादा बताई जा रही है। इधर, घटना की जानकारी मिलने पर आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत और विधायक मनीषा पंवार, शेरगढ़ विधायक मीना कंवर भी अस्पताल पहुंची हैं।
शेरगढ़ के सुरेंद्र सिंह की गुरुवार को भूंगड़ा गांव से खोखसर बारात जानी थी। दूल्हे की बहन गवरी कंवर ने बताया कि हम शादी में शामिल होने आए थे। 300 से ज्यादा लोग यहां जुटे थे। बुधवार रात को ही सुरेंद्र सिंह के घी पिलाने की रस्म हुई थी। दोपहर में बारात जानी थी, लेकिन इससे पहले ही हादसा हो गया। उन्होंने बताया कि शादी के लिए करीब 20 सिलेंडर लाए गए थे।
दूल्हा सुरेंद्र सिंह, उसके पिता शक्ति सिंह, मां दाकू कंवर, बहन रसाला कंवर, भाई सांग सिंह, भाभी पूनम कंवर और दो भतीजे एपी और रतन भी झुलसे हैं।
डिंपल (13), कावेरी (19), कंचन कंवर (45), गवरी कंवर (40), रुकमा कंवर (40), सुरेंद्र सिंह (30) ,साजन कंवर (56) , रावल राम (18) , मगाराम (19) , जस्सा कंवर (36), सूरज कंवर (50) , कनक कंवर (45) , प्रकाश (16), सुरेंद्र सिंह (25), धापू कंवर ( 15), सज्जन कंवर ( 10) , पप्पू कंवर ( 30), किरण ( 40), महेश पाल ( 8), रसल कंवर ( 29), तेज सिंह ( 50), दिलीप कुमार ( 24), सज्जन कंवर ( 35), सुगन कंवर ( 35), अनची कंवर ( 40), पूनम (25), दुर्ग सिंह ( 26), संगत सिंह ( 50), उम्मेद ( 30), सुआ कंवर ( 60) का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
जोधपुर में 2 महीने में ये दूसरा मामला है, जब सिलेंडर ब्लास्ट कांड सामने आया है। इससे पहले 8 अक्टूबर को शहर के कीर्ति नगर में गैस रिफिलिंग के दौरान ऐसा ही हादसा हुआ था। इसमें भी 15 से ज्यादा लोग झुलस गए थे और 5 से ज्यादा की मौत हुई थी। खास बात ये है कि दो महीने बाद 8 दिसंबर को दोबारा जोधपुर के शेरगढ़ में सिलेंडर ब्लास्ट कांड ने दहला दिया।
इस घटना पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दुख जताया है। दोनों ने जिला कलेक्टर से बात कर हादसे की पूरी जानकारी ली। इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए|