जयपुर(Reactions of BJP and Congress leaders on the budget): प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा है कि इस बजट में किसानों, युवाओं, गरीब और महिलाओं की उपेक्षा की गई है। यह बजट देश के आमजन के साथ छलावा है। केन्द्रीय बजट में मंहगाई को कम करने और बेरोजगारी जैसी विकराल समस्या को दूर करने संबंधी कोई तात्कालीक उपाय नहीं किए गए हैं बल्कि 3 वर्ष से 25 वर्ष तक के विजन के अनुरूप घोषणाएं की गई है।
डोटासरा ने आगे कहा कि व्यक्तिगत आय करदाताओं को नई टैक्स प्रणाली के तहत 2.5 लाख रुपए तक की आय टैक्स रहित थी जिसमें अब 50 हजार रुपए बढाकर तीन लाख रुपए की आय को टैक्स रहित घोषित किया गया है जो कि ऊंट के मूंह में जीरा के समान है।
राजस्थान बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि इस बजट को देश के बुनियादी विकास से लेकर हरित विकास, वंचितों को उत्थान और नौजवानों के कल्याण की कल्पना वाला जनकल्याणकारी बजट बताया है। पूनियां ने कहा कि यह बजट देश के हर वर्ग को मजबूती देगा।
देश के 9 करोड़ घरों तक नल से शुद्ध पेयजल पहुंचा, 10 करोड़ से अधिक उज्जवला के कनेक्शन, करोड़ों शौचालय, 47 करोड़ जन धन के खाते, जिन्होंने आम व्यक्ति के जीवन को बदला और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया। पूनियां ने ये भी कहा कि पिछले वर्ष भी रेलवे में 56 हजार करोड़ का बजट मिला था। भारतमाला और नेशनल हाइवेज का डवलपमेंट मोदी सरकार की बुनियादी विकास की प्राथमिकता है। इसका बड़ा हिस्सा और लाभ दोनो राजस्थान के लोगों को मिलेगा।
प्रदेश के शिक्षा मंत्री बुलाकीदास कल्ला ने केन्द्रीय बजट को आसमान छूती महंगाई और बेलगाम बेरोजगारी की आग में घी डालने वाला बताया है। डॉ. कल्ला ने अपनी प्रतिक्रिया में बताया कि केन्द्र सरकार देश की जर्जर होती अर्थव्यवस्था से आमजन का ध्यान भटकाने, आंकड़ों को छिपाने, उनमें घोलमेल करने और सही तथ्यों पर पर्दा डालने के खेल में माहिर है। इस बजट में भी नए जुमलों के माध्यम से जनता को भ्रमित करने का प्रयास किया गया है।
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी ट्वीट करते हुए केन्द्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पायलट ने लिखा कि यह बजट आम नागरिक के हित में नहीं है। इस बजट में हर वर्ग को निराशा ही हाथ लगी है।
पायलट ने मनरेगा को लेकर कहा कि मनरेगा के आवंटन में भी 33 प्रतिशत की कटौती कर दी गई है। उन्होंने आगे कहा कि केन्द्र ने किसानों की आय दोगुना करने की बातें कही थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा ने इस बजट को सभी वर्गों और देशवासियों के सपनों को साकार करने वाला बजट बताया है। बोहरा ने कहा कि यह अमृत काल का पहला बजट है और यह समृद्ध एवं समावेशी भारत की सोच है। यह बजट 2047 के विजन को साकार करने की आधारशीला है।