India News (इंडिया न्यूज़),Rajasthan News: IAS अफसर टीना डाबी के आदेश के बाद जैसलमेर में पाकिस्तान से आए विस्थापित हिंदुओं के कच्चे घरों को ढहा दिया गया था।
उनके इस फैसले की जमकर आलोचना हुई थी। 150 से ज्यादा लोग जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। अब वह खुले आसमान के नीचे दिन और रात गुजारने को मजबूर हैं।
जिसके बाद अब जिला प्रशासन द्वारा उनके पुर्नवास के लिए जमीन का चयन कर लिया है। बता दें कि जिला मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूर मूलसागर के पास की 40 बीघा जमीन पर पाकिस्तानी हिन्दू विस्थापितों को बसाया जाएगा। इसी के साथ-साथ यूआईटी बिजली और पानी की व्यवस्था करेगी।
जमीन का चयन होने के बाद सोमवार,22 मई की शाम से ही इस जमीन को समतल किए जाना शुरू कर दिया गया। बता दें कि काम शुरू करने से पहले पूजा-अर्चना भी की गई थी। फिलहाल इस जमीन पर 200 के करीब परिवार निवास कर सकेंगे।
आपको बता दें कि प्रशासन द्वारा इस संबंध में सी.आई.डी.बी.आई से वेरीफाई कर ऐसे हिन्दू विस्थापितों का पुर्नवास किया जाएगा। इसके अलावा इसमें यह भी जांच पड़ताल की जाएगी कि कितने परिवार लॉन्ग टर्म वीजा पर निवास कर रहे हैं और कितनों को नागरिकता मिल चुकी हैं। जिन्हें नागरिकता मिल गई हैं उनसे आवेदन लेकर उन्हें बकायदा पट्टे आवंटित किए जाएंगे।
भील बस्ती से लाई जाएगी बिजली-पानी की लाइन जिला कलेक्टर ने बताया कि इस साल इस 40 बीघा भूमि को यू.आई.टी द्वारा रहने के लिए समतलीकरण कराने के साथ यहां पर बिजली पानी की व्यवस्थाएं अतिशीघ्र मुहैया कराई जाएंगी। चिन्हित भूमि के पास पहले से ही पाकिस्तानी विस्थापितों की भील बस्ती मौजूद है। वहां से बिजली-पानी की लाइनों को एक्सटेंट कर नई भूमि पर लाया जाएगा।