India News (इंडिया न्यूज़),Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव में अब केवल कुछ ही समय बचा है। जिसको लेकर सभी राजनीति पार्टियों की तैयारियां शुरू हो चुकी है। लेकिन बीजेपी और कांग्रेस के बीच तो जैसे कोई शर्त लगी हो। ये दोनो पार्टी जो फार्मूला किसी राज्य में सटीक बैठ रहा है,उस फार्मूले को दूसरे प्रदेशों में भी लागू कर रही है। राजस्थान विधानसभा चुनाव पर अब पार्टियों की नजर टिकी है। कमेटी आलाकमान के निर्देश पर राजस्थान में अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित विधानसभा सीटों पर लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन की एक दिवसीय संभागीय कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। इसका मकसद केवल एससी-एसटी सीटों को जीतना है। इस तरह के मिशन को कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में सार्थक परिणाम आए हैं। अब इस फार्मूले को राजस्थान में लागू किया जा रहा है। इसका आगाज कोटा संभाग से होगा।
लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर डॉक्टर शंकर यादव ने बताया कि 12 जून को यूआईटी ऑडिटोरियम कोटा में एससी-एसटी, ओबीसी, माइनॉरिटी के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर के राजू और अनुसूचित जाति विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश लिलोठिया के सानिध्य में कार्यशाला आयोजित होगी।इसमें बूंदी, कोटा, झालावाड़ और बारां जिलों के करीब 12 सौ प्रतिनिधि भाग लेंगे।उन्होंने आगे ये बात भी कही कि ‘मिशन-59’ के तहत राजस्थान की सभी आरक्षित सीटों को जीतने के लिए हाडौती की धरती से कांग्रेस लीडरशिव डवलपमेंट मिशन का आगाज हो रहा है। इसमें प्रदेश के कई मंत्री, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान प्रदेश की 34 एससी और 25 एसटी सीटों पर फोकस रहेगा। उन्होंने ये भी कहा कि इन सीटों पर नए नेता,उर्जावान कार्यकर्ता तलाशे जा रहे हैं। इन लोगों को चुनाव में मौका दिया जाएगा।
डॉक्टर यादव ने आगे कहा कि देश की स्थिति दयनीय है। सात साल पहले गुलाबी नोट शुरू किया था, जो इस नोट को सात साल तक नहीं संभाल सके, वो क्या देश चलाएंगे। उन्होंने आगे ये बात भी कही कि देश में भ्रष्टाचार,बेरोजगारी,महंगाई,अराजकता,सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने का जो काम हो रहा है, मिशन-59 उसके खिलाफ काम करेगा। उन्होंने कहा कि छात्र, युवा और महिलाओं को पहली बार विशेष रूप से इस कार्यशाला में आमंत्रित किया जा रहा है।