इंडिया न्यूज़, Ajmer News: राजस्थान पुलिस डीजीपी एमएल लाठर ने अपने अजमेर प्रवास के दौरान एक वृद्ध दंपती को न्याय दिलाया। साथ ही उन्होंने पुत्रवधु से हुए घरेलू विवाद के प्रकरण में उनसे 20 हजार रुपए रिश्वत के रूप में लेने वाले ASI को सस्पेंड कर रिश्वत राशि लौटाने के निर्देश दिए। इस पर पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने आरोपी ASI रामकिशन को तुरंत सस्पेंड कर दिया।
पंचशील नगर निवासी सरदार औंकार सिंह नागी और उनकी पत्नी ज्ञान कौर का आरोप है कि उनकी पुत्रवधू उरमीत कौर पत्नी दलजीत सिंह शादी के कुछ समय बाद से ही उन्हें बहुत परेशान व प्रताड़ित करने लगी थी। इस संबंध में उन्होंने क्रिश्चियनगंज थाने में कई बार शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने उनकी रिपोर्ट पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की। 30 मार्च 2022 को बहू उरमीत ने कुछ अनजान लोगों को घर में बुलाकर उन्हें व उनकी पत्नी को डराने व धमकाने का प्रयास किया था। जिस पर क्रिश्चियनगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
मामले में थाने के ASI कानाराम ने प्रकरण की जांच शुरू की जिन्होंने उनका पक्ष सुने बिना ही उन्हें फटकार लगाना शुरू कर दिया। जिसके बाद उन्होंने थानाधिकारी से मामले के जाँच अधिकारी बदलने की मांग की। जिसके बाद एएसआई रामकिशन को जाँच सौंप दी गयी। जिसके बाद एएसआई रामकिशन ने उनसे 20 हजार रुपए की मांग की।
पैसे देने पर भी उसने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं इसके बाद एएसआई रामकिशन से जब पूछा कि मामले में क्या हुआ तो भी वह झूठ बोल गया और कहा कि कोर्ट में चालान पेश कर दिया है। इस संबंध में पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की। जिसके बाद ASI को सस्पैंड कर दिया गया है।
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