Ashok Gehlot and G-20: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का शुक्रवार, आठ सितंबर को सीकर दौरा था, जोकि अब रद्द हो चुका है। इसके पीछे की वजह कही न कही जी-20 रहा। जी हां गहलोत ने दावा किया कि G-20 के चलते हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल पर लगी आंशिक पाबन्दी के चलते गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने एयरस्पेस में उदयपुर से सीकर हेलिकॉप्टर से अनुमति नहीं मिली, जिसके बाद गृह मंत्रालय की ओर से शनिवार यानी नौ सितंबर को स्पष्टीकरण आया। यह स्पष्टीकरण ये था कि सीकर सहित उड़ान की अनुमति के लिए राजस्थान के सीएम की ओर से 4 रिकवेस्ट आई थी जिन सभी को गृह मंत्रालय द्वारा अप्रूव्ड किया गया था। इसके बाद अब सीएम गहलोत ने इस मामले को लेकर विस्तार से फिर एक स्पष्टीकरण जारी किया है जहां उन्होंने गृह मंत्रालय पर गलत तथ्यों की जानकारी देकर जनता के बीच भ्रम फैलाने का आरोप लगाया।
आपको पता हो कि सीएम गहलोत शुक्रवार, आठ सितंबर को सांगलिया धूणी में खिंवादास जी महाराज की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे लेकिन जानकारी के हिसाब से पता चला है कि G-20 के चलते हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल पर लगी आंशिक पाबन्दी के कारण CM अशोक गहलोत वहां नहीं पहुंच सके।
दरअसल शुक्रवार यानी आठ सितंबर को सीएम गहलोत ने कहा “आज बाबा श्री खींवादास जी महाराज की पुण्यतिथि के कार्यक्रम में सांगलिया पीठ, सीकर जाने का कार्यक्रम था परन्तु जी-20 की बैठक के कारण गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने एयरस्पेस में उदयपुर से सीकर हेलिकॉप्टर से जाने की अनुमति नहीं दी जिसके कारण आज सांगलिया पीठ नहीं पहुंच पा रहा हूं।”
In a news report, Rajasthan Chief Minister has claimed denial of approval for his helicopter flight by the MHA. Four requests were received from CM Rajasthan for flight permissions, including for Sikar, and all were approved by the MHA. (1/2)@HMOIndia @PIB_India @DDNewslive
— Spokesperson, Ministry of Home Affairs (@PIBHomeAffairs) September 9, 2023
तो वहीं सीएम अशोक गहलोत को शुक्रवार, आठ सितंबर को सीकर जाने के लिए हेलीकॉप्टर उड़ान की इजाजत नहीं मिलने पर गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया ” एक समाचार रिपोर्ट में, राजस्थान के मुख्यमंत्री ने गृह मंत्रालय द्वारा उनके हेलीकॉप्टर उड़ान के लिए मंजूरी देने से इनकार करने का दावा किया है।” आपको बता दें कि सीकर सहित उड़ान की अनुमति के लिए राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की ओर से 4 रिकवेस्ट मिली थी, जिन सभी को गृह मंत्रालय द्वारा अप्रूव्ड भी कर दिया गया था। इसके बावजूद भी अशोक गहलोत को हेलिकॉप्टर से अनुमति नहीं मिली।
बता दें कि राजस्थान के CM के किसी भी अनुरोध को अस्वीकार नहीं किया गया है जबकि कमर्शियल विमानों की सभी निर्धारित उड़ानों और राज्यपालों और राज्य के मुख्यमंत्रियों को अपने राज्य में विमानों से आवाजाही की अनुमति है, निजी चार्टर्ड विमान की उड़ान के लिए MHA की अनुमति की आवश्यकता होती है।
तो वहीं, गहलोत ने एक बार फिर मामले पर विस्तार से बताते हुए कहा ” कल मेरा उदयपुर से जयपुर प्लेन से एवं जयपुर से सीकर एवं सीकर से निवाई हेलिकॉप्टर से जाने का कार्यक्रम था जिसके लिए हेलिकॉप्टर को एडवांस में उदयपुर से जयपुर पहुंचना था परन्तु ऐसा बताया गया कि जी-20 के प्रोटोकॉल कारण हेलिकॉप्टर या प्लेन तभी यात्रा कर सकते हैं जब CM स्वयं उसमें सवार हो।”
उन्होंने आगे कहा “हेलिकॉप्टर की उड़ान की अनुमति 10.48 AM पर ई-मेल कर मांगी गई परन्तु 2.50 PM तक अनुमति नहीं मिली और वहां इंतजार कर रही जनता को जानकारी देने के लिए 2.52 PM पर ट्वीट कर ना आ पाने का कारण बताया और सांगलिया पीठ में श्री ओम दास महाराज को भी फोन कर जानकारी दी। इसके बाद 3.58 PM पर अनुमति आई परन्तु तब तक मैं उदयपुर से जयपुर के लिए प्लेन से निकल चुका था एवं जयपुर पहुंचकर सड़क मार्ग से निवाई गया।”
CM अशोक गहलोत ने ये भी कहा “जी-20 के नाम पर मुझे कोई विवाद पैदा नहीं करना था इसलिए इसकी कोई निंदा नहीं की एवं केवल जनता को तथ्यों की जानकारी दी थी परन्तु मुझे अब दुख है कि गृह मंत्रालय ने गलत तथ्यों की जानकारी देकर जनता में भ्रम फैलाने का असफल प्रयास किया है।”
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