(जयपुर): भारत जो़डो यात्रा के बाद अब जयपुर में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की तैयारियां जोरो पर हैं। इस अभियान को लेकर जयपुर में पीसीसी के वॉर रूम में 8 जनवरीस यानी रविवार की शाम हुई एक बैठक में मुख्यमंत्री गहलोत, प्रभारी रंधावा, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा समेत कई बड़े नेता शामिल हुए। लेकिन पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट नहीं आए।
इससे नाराज पीसीसी प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा जो बैठक में आए उनका स्वागत है, जो नहीं आए उनकी जरूरत भी नहीं है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के एक्सटेंशन में 26 जनवरी से शुरू होने जा रही दो महीने की हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा की तैयारी बैठक जयपुर में राजस्थान कांग्रेस और सरकार का हाथ से हाथ नहीं जोड़ सकी। पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट बैठक में हिस्सा लेने नहीं पहुंचे।
कांग्रेस वॉर रूम में हुई बैठक में सचिन पायलट समेत कुछ नेताओं की गैरमौजूदगी प्रदेश प्रभारी को खटक गई। प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कांग्रेस नेताओं को खरी-खरी सुनाई और कहा कि जो बैठक में शामिल हुए हैं ,उनका स्वागत है और जो नहीं आए हैं उनकी जरूरत भी नहीं है।
रंधावा ने कहा कि इस अभियान के जरिए नेताओं की परफॉर्मेंस देखी जाएगी। चुनाव में परफॉर्मेंस के आधार पर ही टिकट दिए जाएंगे। बैठक को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अभियान के प्रभारी आरसी खुंटिया, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी संबोधित किया।
मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के फॉलोअप के रूप में अभियान चलाया जा रहा है। 26 जनवरी से अभियान शुरू होगा। उससे पहले पूरी तैयारी की जा रही है। आज कांग्रेस नेताओं को प्रभारी ने आगाह किया है,
सभी को फील्ड में एक्टिव होकर काम करना होगा,तभी सरकार रिपीट होगी। सीएम ने कहा कि 16-17 जनवरी को सरकार का भी चिंतन शिविर होगा। उसमें मंत्री अपने-अपने विभाग की पूरी जानकारी देंगे।
वहीं आरसी खुंटिया ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर ही जनता से जुड़ाव बढ़ाने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। जो ब्लॉक और बूथ स्तर पर चलाया जाएगा। जिसके बाद जिला और प्रदेश स्तर पर भी अभियान की सभाएं होंगी।पीसीसी गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि सभी 188 घोषित ब्लॉक अध्यक्षों को 7 दिन में अपनी कार्यकारिणी बनानी होंगी। जल्द ही मंडल कार्यकारिणी का भी गठन किया जाएगा।
डोटासरा ने कहा कि राहुल गांधी कि भारत जोड़ो यात्रा का संदेश हर घर तक पहुंचे, यही अभियान का उद्देश्य है। केंद्र सरकार की विफलता और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाया जाएगा। बैठक के बाद सीएम अशोक गहलोत बोले-राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्तर पर महंगाई, बेरोजगारी और हिंसा को लेकर जो मुद्दे उठाए हैं, वो जनता के बीच रखे जाएंगे।
एआईसीसी ने भारत जोड़ो यात्रा के फॉलोअप के लिए यह हाथ जोड़ो अभियान कार्यक्रम रखा है।इस अभियान में हमारा प्रयास रहेगा कि बूथ लेवल तक हमारे कार्यकर्ता जनता के बीच जाएं। अभियान में राष्ट्रीय मुद्दों के साथ-साथ सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं को जनता के बीच रखा जाएगा।
सीएम गहलोत ने कहा की कार्यकर्ताओं को आगाह किया गया है। इस वक्त में जो चुनौती हमारे सामने हैं, उसकी जानकारी मिलेगी कि कौन किस तरीके से अपने आप को कांग्रेस के लिए समर्पित कर सकता है। इस अभियान से कांग्रेस आने वाले समय में मजबूत होगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- 4 साल के शासन के बाद भी आम जनता में यह भावना है कि सरकार विरोधी लहर नहीं है। सरकार रिपीट कैसे हो, यह सुनिश्चित करने के लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। 19 और 20 तारीख को सभी मंत्री अभियान को लेकर जिलों में जाएंगे और जिला कांग्रेस कमेटियों की बैठकों में शामिल होकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे।
हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत मोदी सरकार की विफलताओं के बारे में जनता को बताया जाएगा। 16 और 17 जनवरी को बुलाई गई दो दिवसीय चिंतन शिविर की बैठक को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इस बार प्रिंसिपल सेक्रेटरी की बजाय मंत्री अपने-अपने विभाग के कामकाज का ब्यौरा रखेंगे। जिससे आपस में चर्चा कर सकें और जो कमिया होगी उनको ठीक करेंगे । साथ ही नई योजनाओं की तैयारी करेंगे । आने वाले बजट को लेकर भी चर्चा की जाएगी।
अशोक गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा में हर बार विपक्ष की पिटाई होती है। सरकार जब भी बजट पेश करती है, तो बीजेपी विधायक विधानसभा से छिपकर भागते हैं। बीजेपी नेताओं में इतना कॉन्फिडेंस नहीं है कि वो मीडिया को ब्रीफ कर सकें।
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया मुझे कहते हैं कि आप बजट घोषणाओं के लिए पैसा कहां से लाओगे । लेकिन यह चिंता मेरी है। पिछली बजट की अधिकांश घोषणाएं पूरी हो चुकी हैं और सरकार का आखिरी बजट भी शानदार आएगा । इस बजट में युवाओं, बच्चों और महिलाओं का खास ध्यान रखा जाएगा।
गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार की 4 फ्लैगशिप योजनाएं ऐसी हक़ीन, जो देश में कहीं भी नहीं है। अलवर की रैली में राहुल गांधी ने भी इनका जिक्र किया था। वो चाहते हैं, यह योजनाएं देशभर में लागू हो। प्रधानमंत्री से भी मैंने रिक्वेस्ट की है उनको आगे आकर OPS देशभर में लागू करना चाहिए। OPS पर वो लोग सवाल उठा रहे हैं, जिनको पेंशन मिल रही है। वित्तीय प्रबंधन कर हम कर्मचारियों को उनका हक देंगे।