(इंडिया न्यूज),जयपुर: (Lauded accolades through many of his compositions on foreign forums as well) जयपुर बेस्ड इंटरनेशनल तबला आर्टिस्ट अमृत हुसैन अपनी कला का प्रदर्शन करने के लिए वर्ल्ड टूर पर निकल गए हैं। इस दौरान अमृत हुसैन देश-विदेश के कलाकारों के साथ ताल से ताल मिलाएंगे। वर्ल्ड टूर के साथ ही यूरोप के विभिन्न शहरों में भी उनके म्यूजिक कंसर्ट होंगे।
हाल ही में पिंकसिटी से रवाना होने से पहले अमृत हुसैन ने बताया कि 4 मार्च से उनका 9 महीने का वर्ल्ड म्यूजिक टूर शुरू हो रहा है। जिसके तहत स्विट्जरलैंड, इटली, टेक्सास, केलिफोर्निया, लॉस एंजलिस, पौलेंड, इटली, मोरक्को, र्कोसिका आयरलैंड सहित कई शहरों में राजस्थान के म्यूजिक और इंडियन कल्चर को प्रस्तुत करेंगे।
यह उनका वर्ल्ड म्यूजिक टूर आने वाले 5 नवंबर 2023 तक जारी रहेगा। इस बीच अमृत हुसैन विदेशी धरती पर शास्त्रीय संगीत को पश्चिमी संगीत से जोड़कर इसकी मुहीम चलाएंगे। अमृत हुसैन के तबले के बोल श्रोताओं के दिल में उतर जाते हैं। आपको बता दे कि वें सिर्फ तबला साधक ही नहीं बल्कि राइटर और म्यूजिशियन भी हैं।
उन्होंने देश के साथ-साथ विदेशी मंचों पर भी अपनी कई कंपोजिशन के जरिए श्रोताओं की वाहवाही लूटी है। साथ ही सोलो म्यूजिक और ग्रुप बैंड में संगीत के जरिए झंडे गाड़े हैं। बता दे कि करीब 20 साल पहले जयपुर से शुरू हुआ, उनके संगीत का सफर अब तक करीब 80 देशों तक पहुंच अपनी पहचान बना चुका है।
अमृत हुसैन को अपनी कला साधना के लिए वैसे तो कई अनगिनत अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें 2015 में पौलेंड गवर्नमेंट की ओर से पॉलिश फ्रेडरिक ग्रैमी अवॉर्ड और 2018 में मोरक्को सरकार की ओर से यूनेस्को से प्रमाणित अल फारबी अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।
अमृत हुसैन को 2004 के ओलिम्पिक गेम्स के दौरान ग्रीस में आयोजित कार्यक्रम में भी परफॉर्म करने का सौभाग्य प्राप्त है। अमृत हुसैन कहते हैं कि मुझे संगीत विरासत में मिला है। हमारे घराने में 7 पीढ़ियों से संगीत की सेवा की जा रही है।