India News (इंडिया न्यूज़)Petrol and Diesel Prices, अजमेर: इस वक्त राजस्थान में पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। राजस्थान में पड़ोसी राज्यों से ज्यादा पेट्रोल-डीजल 10 से 12 रुपए तक महंगा बिक रहा है। इसका असर ना केवल आमजनता की जेब पर पड़ रहा है, बल्कि पेट्रोप पम्प व्यवसाय पर भी पड़ रहा है। पड़ोसी राज्यों में सस्ता पेट्रोल-डीजल बिकने से ना केवल पेट्रोलियम उत्पाद की तस्करी बढ़ी है, बल्कि राज्य सरकार को भी तगड़ा नुकसान हो रहा है।
राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन जिलाध्यक्ष दीपक ब्रह्मवर ने बुधवार, 3 मई को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रदेश में वेट ज्यादा होने का सबसे ज्यादा नुकसान पेट्रोल पम्प व्यवसायी को उठाना पड़ रहा है। राज्य के सीमावर्ती जिलों में तेजी से पेट्रोल पम्प की सेल में गिरावट आई है। बता दें कि सिरोही व राजसमन्द जिले में बीते एक साल में 32 पेट्रोल पम्प बंद हो चुके हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से वेट कम करने की मांग की है। इसमें उपाध्यक्ष बॉबी खान, सदस्य तरुण ऐरन, राजेश अम्बानी आदि मौजूद थे।
एसोसिएसन के सचिव राकेश विजयवर्गी ने बताया कि प्रदेश मे राज्य सरकार के सरकारी विभागों का करीब 400 करोड़ रुपए बकाया है। संगठन ने प्रदेश स्तर पर निर्णय किया गया है कि 5 मई से सरकारी विभागों को पेट्रोल-डीजल उधार नहीं दिया जाएगा।
एसोसिएशन उपाध्यक्ष मनीष वैश्य ने बताया कि पेट्रोल डीजल पर वेट कम करके आमजन को महंगाई से राहत दी जा सकती है। वेट कम करने से आमजन की रोजमर्रा की वस्तुएं सस्ती होगी। मीडिया प्रभारी अशोक जयसिंघानी ने बताया कि 15 मई को जयपुर शहीद स्मारक पर पम्प संचालक एक दिन का सांकेतिक धरना व मौन धारण कर प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद 30 मई को एक दिवसीय हड़ताल की घोषणा की गई है। मांग पूरी नहीं होने पर फिर 15 जून से पेट्रोल पम्प अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे।