India News (इंडिया न्यूज़) Rajasthan New District: राजस्थान में विधानसभा चुनाव का समय पास है ऐसे में सभी पार्टियों के बड़े-बड़े नेता राजस्थान के दौरे कर रहे है। तो वही राज्य सरकार भी अपनी सभी बजट घोषणाओं को पूरा करने में लगी हुई है। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बजट में घोषणा के बाद कुछ जिलों के नाम बदल दिए गए थे। कुछ जिले ऐसे भी थे जिनका नाम बदलने से रह गया था जिनको लेकर कई जिलों की जनता सड़को पर उतर गई थी। इस घोषणा के बाद सभी जिलों में ओएसडी लगा दिए गए हैं। अब जिलों के संसाधनों का प्रबंधन और सही बंटावारा करेंगे।
गहलोत सरकार की प्राथमिकता है कि विधानसभा चुनाव से पहले यह जिले अपने सही स्वरूप में आ जाएं। इसके साथ ही यहां सभी संसाधनों सहित जिला कलेक्टर की नियुक्ति कर दी जाए। बता दें कि प्रदेश के 15 जिलों के लिए 15 ओएसडी नियुक्ति किए गए हैं। ओएसडी प्रदेश स्तर पर विभागों के प्रमुख सचिवों के सीधे संपर्क स्थापित करेंगे।
जोधपुर में आईएएस अधिकारी जसमीत सिंह संधू अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर काम करेंगे। ओएसडी के काम के साथ ही प्रस्तावित जिले की सीमा को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। इससे पहले लोगों की आपत्तियां भी ली जाएगी। उनकी सुनवाई भी होगी। फलोदी में आईएएस अधिकारी जसमीत सिंह संधू को बतौर विशेषाधिकारी लगया गया है। जसमीत सिंह संधू ही अब फलोदी को जिले का आकार देने लिए काम करेंगे। संधू की रिपोर्ट पर ही सरकार सभी संसाधनों का बंटवारा करेगी।
नए जिले के लिए जोधपुर और फलोदी के बीच सभी विभागों के स्टाफ का आवश्यकतानुसार बंटवारा। उपखंड कार्यालयों व कलक्टर कार्यालय के लिए सेक्शन तैयार करना। प्रस्तावित जिला मुख्यालय और उसमें शामिल होने वाले क्षेत्र के रिकार्ड ट्रांसफर करवाना। कार्यालयों के लिए उपलब्ध भवनों के उपयोग तय करना। आवश्यकता होने पर जिला मुख्यालय से भी कर्मचारी ले सकते हैं।
आपको बता दें कि ओएसडी सीधे सरकार को रिपोर्ट करते हैं। नए जिले की बाउंड्री तय करने के साथ-साथ स्टाफ सहित सभी संसाधन तय करने का काम भी साथ साथ ही चलता है। यह प्रक्रिया काफी तेज होती है। फलोदी में पहले से कई कार्यालय है इसलिए थोडी आसानी होगी।