इंडिया न्यूज़, अजमेर।
Action Against Child Labor : अजमेर दरगाह में बाल श्रम (Child Labor) के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सात बच्चों को मुक्त कराया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है। मुक्त कराए गए बालकों को चाइल्ड लाइन (Child Line) के जरिए बाल कल्याण समिति (Child Welfare Committee) के सुपुर्द किया गया है। (Action Against Child Labor)
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बाल श्रम (Child Labor) पर संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा (Vikas Sharma) ने दरगाह थाना अधिकारी दलबीर सिंह (Dalbir Singh) को कार्रवाई के निर्देश दिए। इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान (Vikas Sangwan) और डॉ. प्रियंका रघुवंशी (Priyanka Raghuvanshi) के निर्देशन में टीम का गठन कर कार्रवाई की गई। (Action Against Child Labor)
पूछताछ में बालकों ने पुलिस को बताया कि कुछ सुबह 6 से रात 9 बजे तक तो कुछ सुबह 7 से रात 10 बजे तक काम करते हैं। बीच में उन्हें केवल खाना खाने का समय मिलता है। दरगाह में दुकानों पर काम करने वाले बच्चे बिहार, बंगाल आदि प्रदेश के हैं। बताया जा रहा है कि इन्हें 15 घंटे काम के बदले 150 से 300 रुपए तक मेहनताना मिलता है। (Action Against Child Labor)
पुलिस इस दिशा में भी काम कर रही है कि कहीं बच्चाें से बंधुआ मजूदरी तो नहीं करवाई जा रही। दरगाह थाना अधिकारी दलबीर सिंह (Dalbir Singh) ने बताया कि इस बारे में भी अनुसंधान किया जाएगा। पुलिस ने कार्रवाई के बाद चेतावनी भी जारी की है। इसमें कहा गया है कि पुलिस का यह अभियान लगातार जारी रहेगा। ऐसे में दरगाह या दरगाह क्षेत्र सहित शहर में बाल श्रम का मामला सामने आया तो भादंस की धारा 374 और जेजे एक्ट की धारा 79 के तहत कठोर दण्डनीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। कार्रवाई में थाना अधिकारी दलबीर सिंह, एसआई दुर्गेश कुमार, सिपाही प्रेमा राम, धर्मेन्द्र, भरत, रामदत्त, ममता व रंजू शामिल रहे। (Action Against Child Labor)