जयपुर: (Rajasthan became the hub of medical) राजस्थान यूनिवर्सिटी यानी RU के बाहर मंगलवार 14 मार्च की दोपहर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े छात्र अचानक सीएम गहलोत के काफिले के सामने आ गए। देखने पर नजर आया, छात्रों के हाथों में काले झंडे थे और वे नारेबाजी भी कर रहे थे। वहां हंगामा होता देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारी छात्रों को खदेड़ने शुरू कर दिया। पुलिस ने ABVP की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष भारत भूषण यादव, सचिव रोहित मीणा, देव पलसानिया, गुलजार मीणा, मनु दाधीच को गिरफ्तार किया।
इस दौरान राजस्थान यूनिवर्सिटी के महासचिव अरविंद जाजड़ा पुलिस से बचकर भाग निकले। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री आशोक गहलोत मंगलवार 14 मार्च को लॉ कॉलेज में छात्र संघ कार्यालय का उद्घाटन करने गए थे। कार्यक्रम के बाद सीएम के लौटते समय ABVP राजस्थान इकाई के कार्यकर्ताओं ने वीरांगनाओं के सम्मान के मुद्दे को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया।
इससे पहले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि एनएसयूआई के झंडो का डिजाइन साल 1973 में हमने बनाया था। आज इन्हें देखकर गर्व होता है। हमने युवाओं और छात्रों को टारगेट बनाया था। उसी के अनुसार फैसले लिए गए हैं।
पेपर लीक होने से सरकार की बदनामी होती है, लेकिन ऐसा देशभर में हो रहा है। आर्मी से लेकर कोर्ट तक पेपर लीक हुए है। हमने तो बस से लेकर खाने तक की व्यवस्था की थी। पेपर लीक ने उस पर पानी फेर दिया।
गहलोत ने आगे कहा कि हम चाहते हैं कि राजस्थान का युवा देश में कही पीछे न रहे। हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज बन रहा है। नॉलेज ही पावर है। राजस्थान में आईआईटी, आईआईएम, एम्स जैसी सारी शैक्षणिक संस्थान बन गए हैं। देशभर में राजस्थान मेडिकल का हब बन चुका है।
सीएम ने राजस्थान यूनिवर्सिटी के लिए घोषणा करते हुए कहा कि आरयू में 6 करोड़ की लागत से सिंथेटिक ट्रैक बनाया जाएगा। उद्घाटन में कार्यक्रम के दौरान पंजाबी सिंगर बानी संधू, हरियाणवी सिंगर विक्की काजला, एमडी और वीरू कटारिया ने परफॉर्म किया। राजस्थान यूनिवर्सिटी के विधि महाविद्यालय के अध्यक्ष हिमांशु जेफ अब तक NSUI और ABVP दोनों छात्र संगठनों में जुड़े हुए नहीं है,
बता दें कि राजस्थान यूनिवर्सिटी में विधि महाविद्यालय काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इससे पहले राजस्थान हनुमान बेनीवाल और महेंद्र चौधरी भी विधि महाविद्यालय के अध्यक्ष रह चुके हैं। जो बाद में राजस्थान यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष भी बने। ऐसे में राजनीति की पहली सीढ़ी माने जाने वाले राजस्थान यूनिवर्सिटी के विधि महाविद्यालय छात्रसंघ उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर दूसरे छात्र नेता अभी से सक्रिय हो गए हैं।