India News (इंडिया न्यूज़): राजस्थान में विधानसभा चुनाव इस साल के अन्त होने है। लेकिन राजनैतिक गलयारों में सगर्मियां अभी से ही तेज है। इस बीच चुनावी मैदान में कांग्रेस और बीजेपी के साथ आम आदमी पार्टी भी रेस में आ गई है। ऐसे में आम आदमी पार्टी के राजस्थान के सह प्रभारी और दिल्ली से विधायक शिवचरण गोयल ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के दो गुट हैं और दोनो ही गुट भाजपा की शरण में हैं। उन्होंने राजस्थान की जनता से आव्हान किया कि वह आम आदमी पार्टी के साथ आएं।
बता दें कि ढाई साल पहले पायलट बीजेपी की शरण में गए थे और गहलोत वसुंधरा की गोयल ने आरोप लगाया कि ढाई साल पहले पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट गुड़गांव में बीजेपी की शरण में गए थे और वहीं दूसरे गुट के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वसुंधरा की तारीफ करते हैं तो कभी सरकार बचाने और गिराने की बात करते हैं। जनता अब तीसरे विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी के साथ जुड रही है।
राजस्थान कोटा आए गोयल ने मीडिया से बातचीत में बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर हमला करते हुए कहा कि दोनो ही पार्टी जनता के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने राजस्थान की स्थिति पर बात करते हुए कहा कि राजस्थान में पांच साल पहले एक लाख करोड का कर्ज था। जो साढे चार साल में बढकर 5.5 लाख करोड हो गया। ये पैसा कहां गया, किसकी जेब में गया ये सभी को पता है, विधायक और मंत्रियों की जेब में गया है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने किसी का भला नहीं किया। देश में सबसे अधिक महंगा पेट्रोल राजस्थान में है। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव में स्थानीय मुद्दों पर फोकस रहेगा। शिक्षा, रोजगार महंगाई, पेंशन, राशन और बिजली पानी शामिल है।
शिवचरण गोयल ने कहा कि हम सभी मिलकर आम आदमी पार्टी के संगठन को राजस्थान में मजबूत करने पर जुटे हुए हैं। वर्तमान में हर संभाग में उन्होंने प्रभारी की नियुक्ति कर दिए है। जिन्हें विधानसभा तक ले जाएंगे। साथ ही हर विधानसभा में संगठन को खड़ा करेंगे। चार ब्लॉक अध्यक्ष विधानसभा के अनुसार बनाए जाएंगे। इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी चुनावी प्रचार में उतरेंगे। पंजाब के मंत्री और विधायक भी राजस्थान में संगठन की बागडोर संभालेंगे।
उन्होंने कांग्रेस और भाजपा पर विधायकों को पार्टी में भय दिखाकर शामिल करने के मामले में कहा कि अभी तक कांग्रेस ढाई सौ विधायकों को भाजपा में शामिल करवा चुकी है। इन सभी विधायकों को लालच दिया गया है या फिर ईडी व सीबीआई के डर से यह भाजपा में शामिल हुए हैं।