(जयपुर): राजस्थान में कोटा जिले के खातौली में रहने वाले एक किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मृतक किसान के स्वजनों का आरोप है कि उसने मध्यप्रदेशके श्योपुर देहात पुलिस थाना इलाके की जलालपुरा चौकी में तैनात पुलिसकर्मियों की प्रताड़ना से परेशान होकर उसने आत्महत्या की है।
किसान ने आत्महत्या करने से पहले इंटरनेट मीडिया पर लिखा, कि मेरा शव तब तक मत उठाना जब तक इंसाफ नहीं मिल जाए।
मध्यप्रदेश पुलिस ने मुझ पर अवैध शराब का झूठा आरोप लगाते हुए मुकदर्मा दर्ज किया है। अपको बता दे कि 45 वर्षीय किसान धर्मेंद्र पारेता अपने तीन दोस्तों के साथ 25 अक्टूबर को ताश खेलने गया था। जिस स्थान पर वे ताश खेल रहे थे, वहां जलालपुरा पुलिस ने छापा मारा और उनको पकड़ लिया।
उनकी जीप जब्त कर ली गयी। धर्मेंद्र के पुत्र दीपक ने कोटा पुलिस को बताया कि जीप जब्त कर जलालपुरा चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी श्यामवीर यादव एवं अन्य ने उसे भगा दिया और जीप नहीं दी। अगले दिन श्यामवीर ने जीप छोड़ने के बदले 20 हजार रुपये मांगे।
श्यामवीर ने कहा कि यदि पैसे नहीं दिए तो उसे शराब और गांजे के झूठे मामले में फंसा देंगे। श्यामवीर ने 26 अक्टूबर को धर्मेंद्र के खिलाफ शराब तस्करी का झूठा मामला दर्ज कर लिया। जीप में सात पेटी अवैध शराब पकड़ा बताया गया। खुद के खिलाफ मामला दर्ज होने पर धर्मेंद्र तनाव में आ गया।
तनाव में आने के कारण उसने 29 अक्टूबर को अपने हाथ की नसें काटकर आत्महत्या की कोशिश की। लेकिन स्वजनों को समय रहते पता चल गया और उपचार करवा दिया। इसके बाद मंगलवार को धर्मेंद्र ने जहर खा लिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
खातौली पुलिस थाना अधिकारी धनराज ने बताया कि धर्मेंद्र के पुत्र ने रिपोर्ट देकर मध्यप्रदेश पुलिस पर आरोप लगाए हैं। बुधवार सुबह शव का पोस्टमार्टम करवा दिया गया है।