Barmer: सिवाना के बाड़मेर में एक भाई को अपनी बहनों की बिंदोली घोड़ी पर निकालना पड़ा भारी। पंचों को यह बात रास नही आई जिससे पंचो ने हुक्का-पानी बंद कर परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया।
यह मामला सिवाना के बाड़मेर का है जहां एक भाई ने अपनी बहनों की बिंदोली घोड़ी पर निकाली तो पंचों ने हुक्का-पानी बंद कर परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया। इन पंचों ने मंगलवार यानी 18 अप्रैल को खालसों की वास स्थित रामदेव मंदिर में आयोजित बैठक में यह फैसला करते हुए परिवार पर पचास हजार रुपए का जुर्माना लगा कर गोठ भी कर ली।
पुलिस थाना सिवाना व सिवाना उपखंड अधिकारी के समक्ष मेली निवासी शंकरराम पुत्र थानाराम मेघवाल ने बताया कि उसने 6 फरवरी 2023 को उसकी दो बहनों की शादी करवाई थी। उस शादी में दोनों बहनों की बिंदोली घोड़ी पर बैठा कर निकाली गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार सकाराम पुत्र रामाजी कुशीप, मोहनलाल पुत्र इंदाराम सिवाना, भजाराम पुत्र मगाराम मवडी, रूपाराम गीगाराम पादरड़ी, वोताराम पुत्र मसराराम कुशीप अन्य ने सभा बुलाई, जिसमें उसके परिवार को समाज से बहिष्कृत कर उस पर 50,000 रुपए का दण्ड लगा दिया।
आपको बता दें कि रिपोर्ट में कहा गया है कि इन पंचों ने पूरे समाज को पाबंद किया है कि अगर कोई भी उसके परिवार से किसी भी प्रकार का रिश्ता या आना जाना या बोल चाल रखेगा तो उसे भी दण्डित किया जाएगा। सिवाना थाना क्षेत्र अंतर्गत मेली से उन सामाजिक पंचों के खिलाफ रिपोर्ट मिली है। पुलिस जांच में जुटी है। अगर यह सत्यता हुई तो दोषियों खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।