इंडिया न्यूज, बूंदी:
Bundi में दुष्कर्म के दो आरोपियों को फांसी की सजा दी गई। वहीं प्रदेश में दो आरोपियों को एक साथ फांसी मिलने का यह पहला मामला सामने आया है। बता दें कि 15 वर्षीय नाबालिग 23 दिसम्बर 2021 की शाम को शौच के लिए घर से निकली थी। उसे जंगल में अकेला पाकर नशे में धुत तीन आरोपियों ने उससे दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है।
वहीं युवती ने विरोध किया तो उसे नोंचा डाला। मुंह से काटकर शरीर पर जख्मी कर दिया। किशोरी चिल्लाती रही और दया की भीख मांगती रही। जब उसने पूरी घटना घर वालों को बताने की बात कही तो तीनों ने मिलकर उसका चुन्नी से गला घोंट दिया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
यही नहीं आरोपियों ने उसे घसीटा और मौत हो जाने के बाद भी बलात्कार किया। जिसकी पुष्टि बाद में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुई। रोंगटे खड़े कर देने वाली इस वारदात को पुलिस ने भी गंभीरता से लिया और डॉग स्क्वायड की मदद से 12 घंटे में वारदात का खुलासा किया था। पुलिस ने 27 वर्षीय सुल्तान एवं 62 वर्षीय छोटूलाल भील को गिरफ्तार किया। वारदात में शामिल एक आरोपी नाबालिग निकला था।
मामले में पुलिस अधीक्षक जय यादव ने 10 थानाधिकारियों के साथ 200 जवानों की मदद से पूरे कालाकुआं के जंगलों को छाना था। ड्रेगन लाइटों की भी मदद ली गई। इसके लिए डॉग स्क्वायड की मदद ली गई। तब जंगल में आरोपी की अंडरवियर मिली। इसी से वारदात खुली और पुलिस दिन निकलने से पहले आरोपियों तक पहुंच गई थी। मामले में पुलिस की ओर से त्वरित जांच के लिए बूंदी डिप्टी हेमंत नोगिया को केस आॅफिसर नियुक्त किया।
मासूम से हैवानियत का मामला सामने आने के बाद बूंदी अभिभाषक परिषद ने आरोपी की ओर से पैरवी नहीं करने का फैसला लिया था। इसके बार उसे विधिक सेवा की ओर से वकील उपलब्ध कराया गया। न्यायालय में बहस पूरी हो गई है। वहीं इस जघन्य अपराध के लिए दोनों आरोपियों को आरोपियों को मृत्युदंड व 120000 रूपए का जुमार्ना लगाया गया है।
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