Friday, July 5, 2024
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Election News: ‘सचिन पायलट से सुलह को लेकर CM अशोक गहलोत का बड़ा बयान,कहा-आलकमान ने प्यार-मोहब्बत से नेताओं को समझा

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India News (इंडिया न्यूज़),Rajasthan Election 2023 News: राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने है। राज्य में चुनाव होने में अब 6 महीने से भी कम समय बचा है। इसी बीच कांग्रेस में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रही घमासान की चर्चाएं तेज हो रही हैं। तो वहीं, दिल्ली में एक बैठक रखी गई जिसमें इस मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से सुलह की कोशिशों को लेकर अपनी बात रखी है। मीडिया से बात करते हुए सीएम गहलोत ने ये बात कही- ‘सचिन पायलट से सुलह परमानेंट है।’

बड़े नेताओं के साथ बैठकर चर्चा की-CM गहलोत

अशोक गहलोत ने ये भी कहा कि राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने दोनों बड़े नेताओं के साथ बैठकर चर्चा की है। आलकमान ने प्यार-मोहब्बत से नेताओं को समझा दिया है कि यह सवाल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि भारत का है। आज देश को कांग्रेस की जरूरत है।

‘भूल जाओ, आगे बढ़ो-आलकमान

तो वहीं, मानेसर केस में अशोक गहलोत ने आगे कहा कि उन्होंने सबको माफ कर दिया है। यह बात उन्होंने जैसलमेर होटल से निकलते ही कह दी थी- ‘भूल जाओ, आगे बढ़ो।’ अशोक गहलोत ने कहा कि वह सचिन पायलट को ढाई साल की उम्र से जानते हैं। यह बात उन्हें खुद पायलट ने दिल्ली में हुई सुलह बैठक के दौरान बताई।

पायलट की बात का वजन है-CM गहलोत

आपको बता दें कि आरपीएससी पेपर लीक केस में सचिन पायलट ने आयोगी की पूरी कमेटी भंग करने की मांग की थी। इसको लेकर अशोक गहलोत ने ये भी कहा कि वह हमारी पार्टी के सदस्य हैं, इसलिए उनकी बात का वजन है। पायलट की मांग के बाद पता किया गया था लेकिन ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। आरपीएससी कमेटी को भंग नहीं किया जा सकता। यह संवैधानिक मामला है।

हम सारा फैसला सोनिया गांधी पर छोड़ते हैं-CM गहलोत

बता दें कि अशोक गहलोत ने 25 सितंबर को समानांतर बैठक के मामले में कहा है- कि “तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से दिया गया प्रस्ताव पारित नहीं होना, मेरे लिए कल्पना से बाहर की बात थी। मैंने तब तनोट माता मंदिर में दर्शन के बाद मीडिया से कहा था कि दो लाइन का प्रस्ताव पास होना है। हम सारा फैसला सोनिया गांधी पर छोड़ते हैं। जब हम जयपुर पहुंचे तो मालूम पड़ा कि धारीवाल जी के घर विधायक इकट्ठा हुए हैं। परसेप्शन बना कि मैं यह क्यों करवा रहा हूं। जबकि हमें मालूम नहीं था। मैं कहना चाहता हूं कि राजस्थान की कांग्रेस हमेशा हाईकमान के साथ रही है। मैं उस परिवार के लिए कुछ भी कर सकता हूं। कैसी भी स्थिति आ जाए, इस परिवार के लिए तो मैं कुछ भी करने को तैयार हूं।”

 

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