इंडिया न्यूज़, कल्पना वशिष्ठ (Jaipur News): 77 साल का एक बुजुर्ग पिछले डेढ़ साल से अपने स्वाभिमान की लड़ाई लड़ रहा है पर न्याय नहीं मिला। बड़ी बात ये है कि ये सीनियर सिटीजन रूप किशोर शर्मा जिंदगी में पहली बार थाने गए पुलिस पर विश्वास कर सारी बात मानी पर पुलिस ने विश्वास तोड़ दिया। अब मामला मुख्यमंत्री के दरबार में उनके ओएसडी देवाराम सैनी के पास है। सैनी ने मात्र व्हाट्सप्प की सूचना पर ही संज्ञान लेकर बुजुर्ग को न्याय के लिए आश्वासन दिया है। मामला सोडाला थाने का है।
बुजुर्ग शर्मा यहां अपनी बेटी के फ्लैट की देखभाल करते थे। करीब छह महीने का किराया, बिजली बिल व सोसायटी का बकाया लेकर किरायेदार पवन जांगिड़ भागने लगा तो उससे बकाया मांगे लगे। मामला सोडाला थाने में गया वहाँ प्रभारी सतपाल जाट व हेडकास्टेबल आरके यादव ने किरायेदार का पक्ष लेते हुए एक चेक बिजली बिल का दिलाया व किराया बाद में दिलाने की गारंटी ली।
यादव ने यहां तक कहाँ इसको किरायेदार को जाने दो पैसे दें देगा मेरी गारंटी है। लेकिन चेक बाउंस हो गया। बुजुर्ग शर्मा ने पुलिस कर्मी यादव से कहा तो यादव बुजुर्ग पर भड़क गया खूब खरीखोटी सुनाई। बुजुर्ग ने कहा, आपने गारंटी ली थी। ज़ब पुलिस का मामला नहीं था तो पुलिस बीच क्यों पड़ी।
किरायेदार पुलिस का संरक्षण लेकर भाग गया। बड़ी बात ये है वो किरायेदार पुलिस की मदद के कारण सुशीलपुरा स्वस्तिक 3 से कई लोगों के पैसे ले भागा। बुजुर्ग ने अधिकारी भोपाल सिंह को सब कुछ लिखित दिया। डेढ़ साल से बुजुर्ग भटक रहा है पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
अब बुजुर्ग हेडकास्टेबल यादव से हुए अपमान से आहत है। न्याय की गुहार देवाराम सैनी जी के दरबार में है, सैनी को न्याय प्रिय अधिकारी माना जाता है। बुजुर्ग चल फिर नहीं सकता लेकिन बहुत आहत है कि पुलिस ने बेवजह बेइज्जती की है। बहरहाल, देखना ये है कि उनको न्याय कब मिल पाता है।
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