India News ( इंडिया न्यूज़ ), Vande Bharat Train Stone Pelting: राजस्थान में लगातार तीन दिनों से ट्रेनों पर पत्थरबाजी हो रही है। लेकिन अगर बात करें ताजा घटना की तो, हाल ही में वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी हुई है। इस बार पत्थरबाजों के निशाने पर उदयपुर से जाने और उदयपुर आने वाली ट्रेनें बनी हैं। बता दें कि 10 दिन के भीतर ये तीसरी घटना सामने आई है। इससे पहले दो घटनाएं तो हाल ही के दिनों में उदयपुर-जयपुर रूट वाली वंदे भारत के साथ हुई थी। लेकिन इस बार पत्थरबाजों ने उदयपुर-जयपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस को निशाना बनाया है। ऐसी घटना कई बार होने के कारण अब यात्री भी वंदे भारत एक्सप्रेस में बैठने से कतरा रहे है।
आपको बता दें कि उदयपुर-जयपुर इंटरसिटी पर पत्थरबाजी की यह घटना मंगलवार यानी 3 अक्टूबर की देर रात को हुई, इस घटना के कारण ट्रेन में बैठे यात्रियों में भगदड़ मच गई। बता दें कि जब यह बात रेलवे अधिकारियों तक पहुंची तो, देर रात को ही रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। जानकारी के लिए बता दें कि यह राजस्थान की तीसरी वंदे भारत ट्रेन है, जिसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी देकर 24 सितंबर को उदयपुर से जयपुर के लिए रवाना किया। उससे अगले दिन यानी 25 सितंबर को रेगुलर यात्रियों के लिए इसकी शुरुआत की गई। ट्रेन संचालन के पहले ही दिन पत्थरबाजो ने वंदे भारत ट्रेन को अपना निशाना बनाया।
इसके अलावा अगर बात की जाए उदयपुर-जयपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस की तो, उदयपुर से पहली बार यात्रियों को लेकर ट्रेन निकली और चित्तौड़गढ़ के पास चंदेरिया रेलवे स्टेशन तक पहुंचने से पहले ही पत्थरबाजी शुरू हो गई। पहला पत्थर ट्रेन के कांच पर लगा जिससे उसका चटक गया। जांच ने सामने आया कि खेलते-खेलते 7 साल के बच्चे ने पत्थर फेंका था। इसके बाद बच्चे के पिता को बुलाया गया और फिर समझाइश की गई।
दूसरी घटना सोमवार यानी 2 अक्टूबर को हुई। जब वंदे भारत ट्रेन चित्तौड़गढ़ जिले के गंगरार – सोनियाणा स्टेशन के बीच ट्रैक पर किसी ने पत्थर और लोहे की कीलें लगा दी थीं। लोको पायलट की समझदारी के कारण एक बड़ा हादसा टल गया। बता दें कि जब पटरी पर कुछ असामान्य देखते हुए पायलट ने तुरंत एमरजेंसी ब्रेक लगा दिए। बाद में जांच में सामने आया कि वहां भी बच्चों ने खेलते-खेलते ट्रैक पर पत्थर बिछा दिए थे।
इस घटना के दौरान ट्रेन में सवार उदयपुर के बीजेपी पार्षद संजय भगतानी ने मीडिया को बताया – दोपहर को ट्रेन जयपुर से निकली। मैं एसी कोच में सवार था। उदयपुर में बेडवास क्षेत्र के करीब पहुंची कि उसी कोच में आगे लोगों की आवाज आई। देखा तो कांच टूटा हुआ था। यात्रियों ने कहा कि पत्थर आया। फिर वहां रेलवे के कर्मचारी आए और अधिकारियों को जानकारी देने लगे। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं ही रही हैं, त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए।