India News (इंडिया न्यूज़),Rare Operation: कोटा मेडिकल कोलेज के न्यूरोसर्जरी विभाग ने एक महिला के दिमाग से गांठ निकाल कर एक ऐसा दुर्लभ ऑपरेशन कर डाला जोकि आज तक नही किया गया। जिस महिला का यह दुर्लभ ऑपरेशन किया गया है वह 49 वर्ष की है, इस महिला का नाम सावित्री बाई है और यह महिला बारां जिले के मंडोला गांव की ही निवासी है। इस महिला के काफी समय से आंखों में परेशानी थी, जिसकते चलते इस महिला की आंखों से दिखाई देना बंद हो गया। डॉक्टर से जांच कराने पर पता चला कि महिला के दिमाग में एक बड़ी गांठ है। जिसका ऑपरेशन करना लगभग असंभव है।
आपको बता दें कि कोटा मेडिकल कोलेज के न्यूरोसर्जरी विभाग इस महिला के दिमाग से 300 ग्राम की गांठ निकाल कर इस दुर्लभ ऑपरेशन को सफलता पूर्वक अंजाम दिया है। ऑपरेशन के बाद महिला की आंख की रोशनी वापस लोट गई है। जानकारी के अनुसार बारां जिले के मंडोला निवासी सावित्री बाई गत 6 माह से सिर में गंभीर दर्द और दायी आँख से कम दिखने की तकलीफ़ से परेशान थी और लगभग 15 दिन से उसको आँख से दिखाई देना बंद हो गया था।
न्यूरोसर्जरी विभाग के आचार्य एवं विभागाध्यक्ष डॉ.एस एन ग़ौतम ने बताया – मंडेला निवासी सावित्री बाई को अपनी बाईं आँख से बचपन की चोट के कारण दिखाई नहीं देता था। तो वही, दिमाग में गांठ के कारण मरीज को पिछले कुछ दिनों से दिखाई नही देता था। इसके बाद महिला 15 दिन से बेहोशी की हालत में थी।
बारा में चिकित्सकों से परामर्श लेने के बाद उसको कोटा मेडिकल कॉलेज के न्यूरोसर्जरी विभाग में परामर्श के लिए भेज दिया गया। विभाग के द्वारा एमआरआई की जाँच करवाने पर मरीज़ के सिर के आगे वाले हिस्से के मध्य में गाँठ का होना पाया गया, जो की लगभग 7- 7- 6 सेमी की थी। जो की संभवतः पेराफालसाइन मेनिनजिओमा थी और मरीज़ की आँख की रोशनी के लिए ज़िम्मेदार ऑप्टिक नर्व पर दबाव बनाये हुए थी। यही आँखों की रोशनी को प्रभावित कर रही थी। मरीज़ का परिजनों की सहमति के बाद पिछले दिनों एमबीएस अस्पताल में मरीज का आपरेशन किया गया। लगभग तीन घंटे के इस ऑपरेशन के बाद मरीज के दिमाग से 300 ग्राम गांठ निकाली है, बता दें कि अब मरीज स्वस्थ है।