India News (इंडिया न्यूज़), Rajasthan Election 2023: राजस्थान में चल रही राजनीति के दौरान जहां एक ओर पार्टियां अपने प्रत्याशियों की सूची जारी करने में लगी हुई है, वहीं दूसरी ओर कुछ पार्टियों गठबंधन का गणित सेट कर कर रही है। चुनावी दंगल में उतरने के लिए सब अपनी अपनी ओर से तैयारी कर रहे हैं। इस जंतु जगत में दो पार्टियों द्वारा आपस में गठबंधन का गणित बैठा लिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी तथा चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी का गठबंधन हो चुका है। दोनों ही पार्टियों अब तक एक होकर विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी में लगी हुई है अब चर्चा का विषय यह है कि आरएलपी एवं आजाद समाज पार्टी का यह गठबंधन प्रदेश का सियासी समीकरण बदलेगा या नहीं इससे पहले कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल के गठबंधन की चर्चाएं भी काफी जोर-जोर से चली थी।
आरएलपी एवं आजाद समाज पार्टी का यह गठबंधन जाट और दलित मतदाता को साधने के प्रयास में किया गया है यदि ऐसा हो जाता है तो भाजपा तथा कांग्रेस के लिए यह चिंता की बात है राजस्थान में अब तक कुल आबादी 10% मतदाता जाट समुदाय से है जाट समुदाय का सीधा असर लगभग 40 सीटों पर पड़ता है तो वही गलत समुदाय की बात करें तो 18% लगा मतदाता दलित समुदाय है। राजस्थान विधानसभा की 200 सिम हैं जिसमें से 33 सिम अनुसूचित जाति तथा 25 सिम अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित की गई है। अब यदि दर्द मतदाता एवं चार्ट मतदाता एक साथ होते हैं तो आने वाले विधानसभा चुनाव समीकरण बदल सकते हैं।
आजाद समाज पार्टी के बानसूर से बीजेपी के दिग्गज नेता रोहित दास शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया गया है यह वही रोहिताश शर्मा है जो प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया के खिलाफ बयानबाजी की वजह से भाजपा से निष्कासित हुए थे। अभी है आजाद समाज पार्टी की टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं।
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