India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan Election 2023: राजास्थान में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी बाकी है। और उसके बाद मतगणना 3 दिसंबर को होगी। इस मतगणना को लेकर आपके मन में कई तरह के सवाल होते हैं। अक्सर लोग जानना चाहते हैं कि आखिरकार वोटों की गिनती कैसे होती है। EVM में डाले गए वोटों की गिनती कैसी होती है। आज आपको बताएंगे काउंटिंग से जुड़े सवाल के जवाब के बारे में….
बता दें कि वोटों की गिनती ETPB और पोस्टल बैलट PB की काउंटिंग से शुरू की जाती है। ये वोट रिटर्निंग ऑफिसर की निगरानी में गिने जाते हैं। ETPB और पोस्टल बैलट PB की गणना के शुरू होने के आधे घंटे बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों EVMs में डाले गए वोटों की गिनती की जाती है। आपने सुना होगा कि पहले राउंड, दूसरे राउंड और तीसरे राउंड की गिनती पूरी हुई। बता दें कि ये राउंड से मतलब 14 ईवीएम में डाले गए वोट की गिनती से है। ईवीएम में डले वोट गिने जाते हैं तो उसे एक राउंड माना जाता है।
चुनाव के बाद EVM निर्वाचन क्षेत्र के लिए बनाए गए स्ट्रॉन्ग रूम में जमा कर दिया जाता है। जिस दिन मतों की गणना की जाती है। वोटों की गिनती भी उसी स्ट्रॉन्ग रूम में की जाती है। इस स्ट्रॉन्ग रूम में एक रिटर्निंग ऑफिसर होता है। गिनती होने से पहले ईवीएम की सील उम्मीदवार या उनके प्रतिनिधि की मौजूदगी में खोलते है। मतगणना की प्रक्रिया होने के बाद प्रत्याशी अपने काउंटिंग एजेंट और इलेक्शन एजेंट के साथ मौजूद रहता है।
वोटों की गिनती के बाद उसे कंट्रोल यूनिट मेमोरी सिस्टम में सेव किया जाता है। कंट्रोल यूनिट में यह डेटा तब तक रहता है जब तक इसे डिलीट न किया जाए। वोटों की गिनती की जिम्मेदारी रिटर्निंग ऑफिसर की होती है। रिटर्निंग ऑफिसर सरकारी अफसर को या फिर स्थानीय निकाय के अधिकारी को बना दिया जाता है।
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