दिनेश डाँगी उदयपुर:
Congress में अब अगले चुनावों से टिकटों को लेकर पार्टी बड़े स्तर पर बदलाव की तैयारी कर रही है। अब एक परिवार से केवल एक ही टिकट मिलेगा। चिंतन शिविर में संगठन में बदलाव और राजनीतिक मामलों पर बने पैनल ने यह सिफारिश की है। कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी महासचिव अजय माकन ने उदयपुर में मीडिया से बातचीत में कहा— हमारे पैनल में यह चर्चा हुई है।
एक परिवार से एक पद के फार्मूले को लागू किया जाए। इसके तहत अब पार्टी में एक परिवार से एक ही व्यक्ति को ही टिकट देने पर चर्चा हुई है। जिसे भी टिकट दिया जाए उसने कम से कम 5 साल पार्टी में काम किया हो। सीधे टिकट नहीं दिया जाए।
माकन ने कहा— पार्टी में लगातार किसी को 5 साल के बाद पद नहीं दिया जाए। कम से कम 3 साल का कूलिंग पीरियड रहे। तीन साल के गैप के बाद ही आगे कोई पद दिया जाए, यह भी सिफारिश की है। कोई व्यक्ति लगातार पांच साल के बाद पद पर रह जाता है तो वह तीन साल का गैप लेने के बाद ही अगला पद ले सकेगा।
कांग्रेस ने एक एक परिवार एक टिकट का फार्मूला लागू करने की सिफारिश की है लेकिन बड़े सियासी परिवारों के लिए गली भी छोड़ दी है। अगर पंउच साल से एक्टिव है तो एक परिवार से दूसरा टिकट भी दिया जा सकता है, लेकिन नए को टिकट नहीं मिलेगा।
जब माकन से गांधी परिवार पर यह प्रावधान लागू होने के बारे में पूछा तो कहा कि यह सवाल गांधी परिवार का नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव संगठन चुनाव की प्रक्रिया से होगा। चिंतन शिविर से कांग्रेस अध्यक्ष के चयन का कोई संबंध नहीं है। अजय माकन ने इस तरह के संकेत भी दिए कि गांधी परिवार पर एक परिवार एक टिकट का प्रावधान शायद ही लागू हो।
कांग्रेस में बदलावों की सिफारिशों के हिसाब से अब पैराशूट उम्मीदवारों को टिकट नहीं देने की सिफारिश की गई है। कांग्रेस में बड़ी संख्या में पैराशूटी उम्मीदवार उतारे जाते रहे हैं। पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी ऐसा हो चुका है।
कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर कई मंत्रियों और नेताओं के परिवारों से एक से ज्यादा टिकट दिए जाते रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को लोकसभा चुनाव में जोधपुर से टिकट दिया गया था। मंत्री महेंद्र जीत मालवीय की पत्नी रेशम मालवीय को बांसवाउ़ा जिला प्रमुख बनाया गया।
कांग्रेस में राजनीतिक परिवारों की लंबी कतार है जिन्हें बार बार टिकट मिला है। खान मंत्री प्रमोद जैन भाया की पत्नी बारां जिला प्रमुख हैं। मंत्री जाहिदा खान की बेटी प्रधान है। मंत्री गोविंदराम मेघवाल की बेटी, पुत्रवधू को भी प्रधान का टिकट दिया है। इसके अलावा दर्जन भर विधायकों के परिवारों से नगरपालिका अध्यक्ष, प्रधान के टिकट दिए गए थे।
कांग्रेस में पैराशूटर्स उम्मीदवारों को टिकट देने का पुराना ट्रेंड रहा है। पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान बांसवाड़ा की सभा में राहुल गांधी ने कहा था कि इस बार पैराशूटर्स की रस्सी आसमान से ही काट दी जाएगी। राहुल गांधी ने 2018 के विधानसभा चुनावें से पहले ही पैराशूटर्स उम्मीदवारों को टिकट नहीं देने की घोषणा की
लेकिन दो महीने बाद ही इस पर यू टर्न ले लिया था। विधानसभा चुनावों में आधे घंटे पहले कांग्रेस में शामिल हुए कन्हैयालाल झंवर को टिकट दिया गया। बीजेपी के तत्कलीन सासंद हरीश मीणा को भी टिकट दिया गया। दर्जन भर सीटों पर पैराशूटी उम्मीदार उतारे गए थे।
कांग्रेस में 5 साल लगातार पद नहीं रहने का नियम लागू होने पर आधे से ज्यदा नेता बाहर हो जांगे। नेताओं के बेटों को भी पांच साल पार्टी में काम करने के बाद ही टिकट मिलेगा।
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