इंडिया न्यूज़, सीकर।
Khatushyamji Fair 2022 : सड़क किनारे इन दिनों छोटे-छोटे गांव बसे नजर आ रहे हैं। दुनिया से अलग गांव। सड़क किनारे के इन अस्थाई गांवों में बसे बाबा के हजारों श्याम भक्तों की दिनचर्या भी अजीब सी है, न मोह न माया, न चिंता, न फिकर, सब बाबा में मग्न हैं। (Khatushyamji Fair 2022)
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दूर दराज से पदयात्रा करते आ रहे भक्त रास्ते में विश्राम और भोजन के लिए सड़क किनारे ही अपना डेरा लगा लेते हैं। जहां अलसुबह से ही भजन-कीर्तन का माहौल बन जाता है। दोपहर में संघ के लोग मिलकर प्रसाद तैयार करते हैं। साथ ही चल रहे अपने आराध्य को भोग समर्पित कर प्रसाद ग्रहण करते हैं। क्षणिक विश्राम के बाद यात्रा फिर आगे की ओर बढ़ जाती है। खाटू की ओर जाने वाले रास्तों पर इन दिनों जगह जगह इस तरह के ‘गांव’ बसे नजर आ जाएंगे। (Khatushyamji Fair 2022)
इन गांवों के साथ ही जुड़े रास्तों के भी दिलकश मंजर हैं। राहों में श्याम में मग्न आस्था का सैलाब बहता नजर आ जाता है। अपनी मन्नत के रंग-बिरंगी निशान हाथों में लिए, ढोल, तासों पर नाचते गाते श्याम भक्त निरंतर मंजिल की ओर बढ़ते दिखते हैं। जयपुर से रींगस, रींगस से खाटू, सीकर से मंढ़ा, मंढ़ा से खाटू सभी मार्गों पर इन दिनों भक्तों की पदयात्राएं नजर आ रही है। पिछले कुछ दिनों से यहां अनवरत पदयात्राओं का सिलसिला जारी है। भक्त ढोल ताशों पर नाचते गाते श्याम मंदिर की ओर बढ़ते चलते हैं। श्रद्धा, भक्ति व आस्था का अद्भुत संगम खाटूश्यामजी क्षेत्र के पूरे इलाके में नजर आ रहा है। (Khatushyamji Fair 2022)
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