इंडिया न्यूज़,अजमेर।
Kapda Phad Holi : राजस्थान के पुष्कर में दो साल के बाद इस बार कपड़ा फाड़ होली का आयोजन किया जाएगा। होली के दूसरे दिन धुलंडी के दिन पुष्कर की कपड़ा फाड़ होली काफी लोकप्रिय है। भारी संख्या में युवाओं सहित विदेशी सैलानी भी इस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं। होली खेलने के लिए इस बार विदेशों से पर्यटक पुष्कर पहुंचने लगे हैं, जिससे पुष्कर के स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल देखा जा रहा है। (Kapda Phad Holi)
सालों से धार्मिक नगरी पुष्कर में होली का आयोजन होता आया है, जिसमें पहले धार्मिक आयोजन होते थे और बाद में रंगों की होली खेली जाती थी। धीरे-धीरे इस होली में विदेशी पर्यटक भी जुड़ने लगे और वे भी आम लोगों के साथ रंगों की होली का मजा उठाने लगे। कुछ समय बाद में विदेशी ओर देसी लोगों में कपड़े फाड़ने की होड़ मचने लगी और होली खेलने के साथ ही इसे कपड़ा फाड़ होली का नाम दे दिया गया। पुष्कर की कपड़ा फाड़ होली पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो गई और यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होने लगा। धुलंडी के दिन पुष्कर का ये हाल होता है कि वराह घाट चौक में पैर रखने की भी जगह नहीं मिलती और बाहर के लोग भी एक दिन पहले ही पुष्कर पहुंच जाते हैं। (Kapda Phad Holi)
धार्मिक नगरी के नाम से प्रसिद्ध पुष्कर में जगत पिता ब्रह्मा का एकमात्र मंदिर है, साथ ही इसे सभी तीर्थों का गुरू भी माना गया है। यहां जब से कपड़ा फाड़ होली की शुरुआत हुई तब से कई लोग इसके विरोध में रहे। संत समाज ने इस होली को फूहड़ता बताया और कहा कि जहां पूरा विश्व नतमस्तक होता है वहां कपड़े फाड़कर होली मनाना उचित नहीं है। धीरे-धीरे संत समाज की बात आम लोगों में घर करने लगी और इस पर कुछ हद तक पाबंदी भी लगी। हालांकि अब बताते हैं कि होली खेलते समय एक-दूसरे के कपड़े नही फाड़े जाते बल्कि खुद ही लोग कपड़े फाड़ लेते हैं। वहीं दूसरी ओर इस दिन कोई अभद्रता ना हो इसके लिए भी प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं। (Kapda Phad Holi)
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