इंडिया न्यूज, जयपुर:
Haryana Police ASI : पुलिस आमतौर पर अपराधियों को पकड़ने का काम करती है। लेकिन हरियाणा पुलिस के एक एएसआई पर ही अपहरण और लगभग 9 करोड़ की राशी के बिटकॉइन के ट्रांसफर करवाने का आरोप लगा है। इस मामले में एएसआई को सस्पेंड कर दिया गया है।
मामला राजस्थान के जयपुर से भी जुड़ा हुआ है। क्योंकि एएसआई ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर एक व्यक्ति का जयपुर से अपहरण कर लिया। उसके मोबाइल से 9 करोड़ के 30 बिटकॉइन ट्रांसफर कराया था। (Haryana Police ASI)
पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज (Haryana Police AS)
सिरसा पुलिस ने इस मामले में सोनीपत के एएसआई शिव कुमार और पुलिसकर्मी मोनू और तीन लोगों के केस दर्ज कर लिया। मामले की जांच की जा रही है। एएसआई पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर जयपुर से व्यक्ति का अपहरण किया और उसके मोबाइल से दूसरे खाते में लगभग 9 करोड़ रुपये मूल्य के 30 बिटकॉइन ट्रांसफर कर लिए। एएसआई उस व्यक्ति और उसके दोस्त को जयपुर से सोनीपत के खरखोदा में बंधक बनाकर रखा था।
जांच के लिए मामला जयपुर ट्रांसफर (Haryana Police ASI)
पुलिस ने राजस्थान में सीकर जिले में नीम का थाना कस्बे के ज्ञान विहार कॉलोनी निवासी पीड़ित शशिकांत की शिकायत पर जीरो प्राथमिकी दर्ज कर ली है और आगे की जांच के लिए पुलिस को जयपुर भेजा दिया गया है। हालांकि शशिकांत खुद भी एक भगौड़ा अपराधी है। उसके खिलाफ 2013 में सिरसा में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था और उसे गिरफ्तार भी किया गया था।
जयपुर से अगवा कर लाई थी पुलिस (Haryana Police ASI)
शशिकांत ने बताया कि वह डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी का काम करता है। इसी कारण उसका एएसआई कुमार और मोनू से जान-पहचान है। उन्होंने बताया कि 22 जनवरी को जब वह जयपुर में अपने दोस्त गौरव के फ्लैट में था
दो पुलिस अपने साथियों के साथ ब्लैक कलर की एसयूवी कार में आए। उसके बाद उन्होंने हम दोनों को अगवा कर लिया और खारखोदा पुलिस स्टेशन ले गए। लेकिन वहां के पुलिस ने कहा कि हम इसे अवैध तरीके से कस्टडी में नहीं रह सकते। इसके बाद वे लोग हमें एक फार्महाउस में बंधक बना लिया।
भगौड़ा अपराधी है शशिकांत (Haryana Police ASI)
शशिकांत ने बताया कि बाद में शिव कुमार ने मेरी पत्नी को फोन कर 25 बिटकॉइन देने को कहा। इसी बीच उसने मेरे मोबाइल से 30 बिटकॉइन दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिए। इन बिटकॉइन की कीमत करीब 9 करोड़ रुपये है। इंस्पेक्टर विक्रम ने बताया कि एक बार शशिकांत को एएसआई सत्यवीर ने संयोगवश पूछताछ के दौरान एलआईसी भवन के पास पकड़ा था।
उस समय उसने स्वीकार किया था कि वह धोखाधड़ी मामले में भगौड़ा अपराधी है। 14 सितंबर 2013 को शशिकांत के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था लेकिन वह अदालत में पेश नहीं हुआ। इसके बाद 21 अगस्त 2018 को सिरसा की तत्कालीन मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सविता कुमारी की अदालत ने उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया। (Haryana Police ASI)