इंडिया न्यूज़, अजमेर।
Bhinay’s Whip Beat Holi : अजमेर जिले की होली भी दुनिया भर में प्रसिद्ध है। हालांकि वक्त के साथ कई बदलाव हुए हैं। सदियों पूर्व से जारी भिनाय की कोड़ा मार होली के चर्चे देश-विदेश तक बने हुए हैं। पुरानी मान्यता के अनुसार चौक को राजा और कावड़ियों को रानी का दल माना जाता है। राजा-रानी की इस होली खेलने की परंपरा को गांव में निभाया जा रहा है। रस्सों को होली के आगमन से 10-15 दिन पहले ही पानी में डुबो कर विशेष कोड़े तैयार किए जाते हैं। (Bhinay’s Whip Beat Holi)
धूलंडी पर मुख्य बाजार में चौक और कावड़ियों के दल के बीच कोड़ा मार होली खेली जाती है। दोनों दल एक-दूसरे पर कोड़े बरसाते हैं। जो दल भैरूंजी के स्थान के आगे पहुंचता है, उसे विजेता घोषित किया जाता है। कोड़े की मार से बचने के लिए सिर पर साफा, हाथ-पैर पर कपड़े लपेटे जाते हैं। हालांकि कई लोगों के दूसरे शहरों में जाने से परम्परा कुछ थम गई थी, लेकिन करीब चार-पांच साल से स्थानीय युवाओं और बुजुर्गों ने इसे फिर शुरू किया है। (Bhinay’s Whip Beat Holi)
होली पर्व को लेकर पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है। प्रमुख चौराहों-बाजारों में हुड़दंग रोकने को लेकर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। किसी को जबरन परेशान करने, सार्वजनिक सम्पति स्थानों को गंदा करने अथवा तेज आवाज में म्यूजिक बजाने पर नियमानुसार कार्रवाई होगी। (Bhinay’s Whip Beat Holi)
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