Vitamins For Women: महिलाएं अक्सर दूसरे कामों को प्राथमिकता देने के लिए अपनी सेहत को नजरअंदाज करती रहती हैं। इसका असर उन्हें भले ही न दिखता हो, लेकिन ये याद रखना महत्वपूर्ण है कि लंबे समय में ये कमजोरी और अन्य बीमारियों का कारण बन सकती है। बता दें कि शरीर को अपना सर्वोत्तम प्रदान करने के लिए कुछ विशेष विटामिन्स की जरूरत होती है। इनसे हमारे शरीर को ऊर्जा, विकास और दिनचर्या को अच्छे से निभाने में बहुत मदद मिलती है। तो चाहिए आज हम आपको बताते हैं महिलाओं के लिए ऐसे ही कुछ मुख्य विटामिन्स के बारे में। जो सेहत को रखती है हष्ट पुष्ट।
विटामिन डी एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, जो शरीर को कैल्शियम को अवशोषित करने में काफी मदद करता है। इससे हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में मदद मिलती है। बता दें कि विटामिन डी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने, स्वस्थ्य मस्तिष्क को बढ़ावा देने और सूजन को कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शरीर में विटामिन डी की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस, डिप्रेशन और कुछ प्रकार के कैंसर के जोखिम बढ़ने का खतरा हो सकता है। शरीर में विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए महिलाएं धूप में समय बिता सकती हैं, विटामिन डी से भरपूर फूड्स जैसे फैटी मछली, अंडे की जर्दी या फिर विटामिन डी सप्लिमेंट्स ले सकती हैं।
आयरन हीमोग्लोबिन के उत्पादन के लिए आवश्यक है। ये रेड ब्लड सेल्स एक प्रोटीन की तरह हैं, जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन को बहाल करता है। मासिक धर्म और गर्भावस्था के दौरान खून की कमी के कारण महिलाओं में आयरन की कमी का खतरा अधिक होता है। आयरन की कमी के लक्षणों में थकान, कमजोरी और त्वचा का पीला पड़ना शामिल है। रेड मीट, पोल्ट्री, मछली, बीन्स और फोर्टिफाइड अनाज जैसे आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करके इसकी कमी को दूर किया जा सकता है।
हड्डियों के स्वास्थ्य, मांसपेशियों के फंक्शन के लिए कैल्शियम महत्वपूर्ण है। महिलाओं में कैल्शियम की कमी का खतरा अधिक होता है, खासकर मेनोपॉज के बाद हड्डियों का नुकसान तेजी से होता है। कैल्शियम के निम्न स्तर को ऑस्टियोपोरोसिस से जोड़ा गया है, जिससे फ्रैक्चर का खतरा बढ़ सकता है। डेयरी प्रोडक्ट्स, पत्तेदार साग, बादाम, और फोर्टिफाइड फूड्स का सेवन करके या कैल्शियम सप्लीमेंट की मदद से कैल्शियम के स्तर को बढ़ाया जा सकता है।
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