India News (इंडिया न्यूज़), Sharad Purnima 2023: राजस्थान के महवा,दौसा में मंडावर के श्री 1008 श्री सिद्ध सम्राट श्री निर्गुण महाराज के तिरोभाव उत्सव एवं शरदोंत्सव के उपलक्ष में आज शरद पूर्णिमा महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दौरान झंडे और चरण पूजन कार्यक्रम उत्साह पूर्वक पूजा अर्चना के साथ संपन्न किया गया। बता दें कि शरद पूर्णिमा महोत्सव के रूप में मनाए जाने वाले इस कार्यक्रम को खंडग्रास चंद्र ग्रहण के कारण एक दिन पहले ही संपन्न करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महाराज द्वारा रात्रि आठ से 12 बजे तक श्री निर्गुण महाराज के जीवन की अमर कथा को विस्तार से सुनाया जाएगा। शरद पूर्णिमा महोत्सव को धूमधाम से मनाने के लिए मंदिर को आकर्षक रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जाएगा।
शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी प्रकट हुई थी। इसलिए इस तिथि को बेहद ही सबसे महत्वपूर्ण माना गया है। साथ ही इस दिन को चंद्रमा भी अपनी सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता हैं और अमृत की वर्षा करते हैं। इस दिन को चंद्र देव की पूजा करना सबसे शुभ होता है। वहीं शरद पूर्णिमा को कोजागरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस बार में शरद पूर्णिमा पर कई शुभ योग बनने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं कब है शरद पूर्णिमा ?
बता दें कि इस बार का शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर शनिवार के दिन मनाया जाएगा। इस दिन गजकेसरी योग, बुधादित्य योग, शश योग सौभाग्य योग और सिद्धि योग का शुभ संयोग होने वाला है। इसके साथ ही इस दिन साल का अंतिम चंद्रग्रहण भी लगने वाला है और यह चंद्रग्रहण भारत में भी दिखाई देगा। ऐसे में इसका सूतक काल मान्य होगा। चंद्रग्रहण लगने से पहले सूतक काल 9 घंटे के पहले लग जाता है। 28 अक्टूबर के दिन पूर्णिमा तिथि का आरंभ सुबह 4 बजकर 18 मिनट से हो रहा है। पूर्णिमा तिथि 29 तारीख को 1 बजकर 54 मिनट पर समाप्त भी हो जाएगी। शरद पूर्णिमा का व्रत जो कि लोग रखते हैं वह 28 अक्टूबर को ही इस व्रत को रखने वाला है।