India News (इंडिया न्यूज़),Jaipur News: इस बेरोजगारी के जमानें में राज्य सरकार युवाओं को सरकारी नौकरी दे रही हैं। राज्य के 8 लाख 39 हजार युवाओं ने सफाई कर्मचारी बनने के लिए आवेदन किया है। दरअसल, 176 नगरीय निकायों में स्वायत्त शासन विभाग ने सफाईकर्मियों के लिए 13,184 पदों पर आवेदन मांगे गए थे। सफाई कर्मचारियों के लिए एक साथ इतने आवेदन आने से विभाग के उच्च अधिकारी भी हैरान हो गए है। ऐसे में सबसे ज्यादा आवेदन जयपुर ग्रेटर है, यहां निगम में 3 हजार 670 पदों के लिए 3 लाख 35 हजार आवेदन आए हैं, जबकि हेरिटेज निगम में 108 पदों के लिए 22 हजार लोगों ने आवेदन किए हैं।
डीएलबी के अनुसार, सफाई कर्मचारी के 13,184 पदों के लिए लाखों की संख्या में युवाओं ने आवेदन किए है। हालांकि इन पदों पर आवेदक के पास कम से कम 1 साल का अनुभव प्रमाण पत्र भी अनिवार्य है। साथ हीं, भर्ती में वाल्मिकी समाज के लोगों को प्राथमिकता दी गई है। इस सफाई कर्मचारी बनने वालों की कतार में प्रोफेशनल डिग्री वाले भी शामिल है। जानकारी के अनुसार, ग्रेटर निगम में भी 200 से अधिक उच्च कोटी की योग्यता रखने वाले युवाओं ने भी सफाई कर्मचारी बनने के लिए आवेदन किया है।
आपको बता दें कि विभाग ने भर्ती प्रक्रिया आनलाइन रखी। प्रक्रिया में आवेदन 16 जून से शुरू हुए थे, जो कि 4 अगस्त तक चले थे। इसके बाद 9 अगस्त रात तक संशोधन के लिए आवेदकों को मौका दिया था। भर्ती प्रक्रिया में विभाग ने कई बार संशोधन भी किया। सबसे बड़ा संशोधन चयनित युवाओं के लिए प्रेक्टिकल परीक्षा का आयोजन का किया था। इस दौरान अभ्यर्थियों को निरीक्षकों के सामने 6 प्रकार से प्रेक्टिकल देना होगा। इसमें अभ्यर्थियों को मौके पर जाकर नालियों की सफाई, नालों की सफाई, सीवर के संबंधित सफाई, सार्वजनिक शौचालयों की सफाई, उद्यानों की सफाई करनी होगी। इसके लिए 50 अंक रखे गए हैं। इसके अलावा चयनित अभ्यर्थी का 30 अंकों का इंटरव्यू भी देना होगा। भर्ती परीक्षा में पारदर्शिता बनाने के लिए विडियोग्राफी भी कराई जाएगी। इसके अलावा अभ्यर्थी को एक साल का अनुभव प्रमाण पत्र भी देना होगा। विभाग इस भर्ती में वाल्मिकी समाज के युवाओं का प्राथमिकता के आधार पर चयन करेगा।
सफाई कर्मचारियों की भर्ती को लेकर संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया का कहना है कि “जिस हिसाब से सफाई कर्मचारी बनने के लिए 8 लाख से अधिक आवेदन आए हैं, उससे वाल्मिकी समाज के युवाओं को ज्यादा मशक्कत करनी पड़ेगी। जबकि इस नौकरी पर पहला हक समाज के युवाओं का है। सरकार और हाईकार्ट ने समाज को प्राथमिकता पर नौकरी देने के लिए कहा है। विभाग को पहले समाज के युवाओं का आवेदन ही भर्ती प्रक्रिया में पहले लेना चाहिए।”