India News ( इंडिया न्यूज़ ), Wildlife in Rajasthan: आमतौर पर जैसे इंसान के छोटे बच्चें देखने में एक जैसे लगते है, वैसे ही कई जानवर के बच्चे भी देखने में एक जैसे लगते है। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के सिरोही जिले से आया है जहां एक सरकारी स्कूल के कुछ बच्चे गिरगिट समझकर एक मगरमच्छ के बच्चे को पत्थर मार रहे थे। जी हां, सिरोही जिले के एक सरकारी स्कूल के पास मगरमच्छ का बच्चा मिलने से उस वक्त हड़कम्प मच गया। जब स्कूली बच्चे किसी जानवर के बच्चे के बच्चे को गिरगिट समझकर उसे भगाने के लिए पत्थर मारने लग गए। बच्चे काफी देर तक जानवर के उस बच्चे को नजदीक से ही पत्थर मारते रहे, लेकिन बाद में जैसे ही बच्चों को उस जानवर के बच्चे का पता चला कि वह मगरमच्छ का बच्चा है, तो सारे बच्चे डरकर वहां से भाग खड़े हुए।
डरकर कई बच्चों ने मौके पर छोड़ा स्कूल का बस्ता
बता दें कि बच्चे इतना ज्यादा डर गए कि डरकर कई बच्चे मौके पर अपने स्कूल का बस्ता तक छोड भागे। यह मामला सिरोही जिले के शिवगंज उपखंड मुख्यालय से सटे बडगांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के पास का है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे वन विभाग के कार्मिकों एवं वन्य जीव प्रेमी अशोक सोनी ने मगरमच्छ के बच्चे को सुरक्षित रेस्क्यू कर उसे स्वच्छंद विचरण के लिए रघुनाथपुरा बांध में छोड दिया।
फोटोग्राफर ने की मगरमच्छ के बच्चे की पहचान
जानकारी के अनुसार बता दे कि शुक्रवार यानी 11 अगस्त की सुबह बडगांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय व पानी के अवाळे के समीप मगरमच्छ का बच्चा आ गया। स्कूल की छुटटी होने पर एकत्रित हुए बच्चे मगरमच्छ के बच्चे को गिरगिट समझकर पत्थर मारने लगे। उसी समय वहां से गुजर रहे फोटोग्राफर ओम परिहार की उन पर नजर पड़ी। वे वहां पहुंचे तथा बच्चों से पूछा तो बच्चों ने बताया कि गिरगिट आया है, उसे भगा रहे हैं। परिहार ने जब उसे देखा तो वह गिरगिट नहीं बल्कि एक फीट लंबा मगरमच्छ का बच्चा था। बच्चों को जब यह जानकारी मिली तो वे वहां से भाग गए। इस बीच परिहार ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारी जितेन्द्र मीना एवं वन्यजीव प्रेमी अशोक सोनी को दी।
मगरमच्छ के बच्चे को सुरक्षित रेस्क्यू कर बांध में छोडा गया
सूचना मिलने पर वन्यजीव प्रेमी अशोक सोनी एवं वन विभाग के केटल गार्ड चुन्नीलाल मौके पर पहुंचे। कुछ ही देर में अशोक सोनी ने मगरमच्छ के इस बच्चे को सुरक्षित रेस्क्यू कर रघुनाथपुरा बांध में छोड दिया। इस मौके पर वन्यजीव प्रेमी दिनेश यादव, रवि आर्य, करण यादव भी मौजूद थे। ऐसा पहली बार नही हुआ जब क्षेत्र में मगरमच्छ का एक बच्चा पाया गया है। बारिश का पानी भर जाने पर कई बार मगरमच्छ के बच्चे पानी में बहकर आ जाते है। ऐसा पहले भी हुआ था पिछले साल भी गोपेश्वर महादेव मंदिर के समीप जलदाय विभाग के कुएं में मगरमच्छ का एक बच्चा मिला था।