India News (इंडिया न्यूज), Shani Dev Puja: शनि देव जितनी जल्दी लोगों पर खुश हो जाते हैं उतनी ही जल्दी नाराज भी हो जाते हैं। इनकी पूजा अर्चना से सारे बिगड़े काम बन जाते हैं। अगर आपका कोई काम रुका हुआ है तो वह भी खत्म हो जाता है। उनकी पूजा में कुछ नियमों का खास ख्याल रखना चाहिए। नहीं तो उसका बुरा असर पड़ता है।शनिवार शनिदेव का होता है। धर्म ग्रंथों की मानें तो शनिदेव न्याय के देवता है। एक ऐसे देवता जो कि लोगों को उनके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं।
पूजा के नियम
जब भी आप शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करें तो कुछ खास नियम का ध्यान रखें। अगर कोई इन नियमों की अनदेखी करता है तो शनि देव उससे नाराज हो जाते हैं। भक्तों को इसका गंभीर अंजाम देखना पड़ सकता है। जानते हैं उन नियमों के बारे में ;
- उनकी पूजा में कभी भी तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल ना करें। इसके पीछे की वजह है कि तांबे का संबंध सूर्य देव से होता है। शनि देव भले ही उनके पुत्र हैं लेकिन अपने पिता से उनका छत्तीस का आंकड़ा चलते रहता है।
- उन्हे काला रंग पसंद है। इस दिन काले या नीले रंग के कपड़े पहने। नहीं तो वह इससे क्रोधित होते हैं।
- शनि देव की पूजा करते वक्त दिशाओं का खास ख्याल रखना पड़ता है। अधिकतर पूजा पूर्व दिशा की ओर मुख करके की जाती है लेकिन शनि देव की पूजा पश्चिम दिशा की ओर मुख करके की जाती हैा। इसका कारण है कि शनिदेव पश्चिम दिशा के स्वामी हैं।
- कभी भी उनकी प्रतिमा के सामने खड़े होकर उनकी पूजा ना करें। पूजा के समय शनि देव की आंखों में ना देखें। मान्यता है कि इससे उनकी कुदृष्टि पड़ती है।
- कभी भी महिलाओं शनि चबूतरे पर ना जाएं और ना ही उनके मूर्ति को स्पर्श करें।
- शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन शनिदेव को तिल, गुड़ या खिचड़ी का भोग लगाएं।
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