India News (इंडिया न्यूज़), Karwa Chauth 2023: आज पूरे देश में करवा चौथ की पावन धूम मची है। राजस्थान में भी महिलाएं अपने पतियों के लिए निर्जला उपवास कर रही है। इसके साथ ही रात को चांद के अर्घ्य दे कर, वह अपना व्रत खोलेंगी। इस बार की करवा चौथ की पूजा का समय 5:44 से शाम 7:02 तक का है। राजस्थान की राजधानी जयपुर में इस बार रात को 8:19 को चंद्रमा दिखाई देने वाले हैं।
ज्योतिषपरिषद और शोध संस्थान के अध्यक्ष ज्योतिषाचार्य पंडित पुरुषोत्तम गोर्ड द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया कि कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी 31 अक्टूबर यानी मंगलवार को रात 9:30 से शुरू होकर 1 नवंबर को रात 9:29 तक है। जिससे उदय तिथि के मुताबिक करवा चौथ का व्रत आज यानी 1 नवंबर बुधवार को रखा जा रहा है। करवा चौथ की पूजा 1 नवंबर को 5:44 से शाम 7:02 तक की जा सकेगी।
क्यों मनाते हैं करवा चौथ का पवन व्रत?
माना जाता है कि करवा चौथ का यह व्रत शादीशुदा महिलाओं द्वारा किया जाता है। इस व्रत में महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और अखंड सुहाग की कामना करते हुए निर्जला उपवास करती है।
आखिर क्यों देखते हैं करवा चौथ पर चंद?
पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान गणेश का सर जब घर से अलग हुआ, तो वह चंद्रलोक चला गया था। चंद्रलोक में गणेश जी का सर होने की वजह से चतुर्थी यानी करवा चौथ के दिन गणेश जी की पूजा के बाद चंद्रमा को भी पूजा जाता है। इसी के साथ-साथ करवा चौथ पर चंद्रमा की पूजा करने से रोग, कष्ट और पाप मिटाते हैं। चंद्रमा को शीतलता तथा प्रेम का प्रतीक माना जाता है। करवा चौथ के दिन चंद्रमा की पूजा के जीवन में प्रेम और सौहार्द में वृद्धि लाती है।
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