इंडिया न्यूज़, जयपुर।
UNESCO Investigation Team : वर्ल्ड हेरिटेज सिटी की सूची में शामिल जयपुर का परकोटा क्षेत्र की जांच के लिए यूनेस्को (UNESCO) की टीम ने निगम हेरिटेज के अधिकारियों के साथ करीब दो घंटे तक तंग गलियों में जाकर यहां की विरासत-संस्कृति और साथ में यूनेस्को (UNESCO) के तय मापदंडों का जांचने काम किया। (UNESCO Investigation Team)
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यह टीम करीब 9 दिन जयपुर शहर में रूकेगी और शहर में विरासत संरक्षण की दिशा में किए गए कार्यों का निरीक्षण करेंगी। इस दौरान टीम के सदस्यों ने झूलते तारों, खुले बिजली के बॉक्स-अतिक्रमण और गंदगी को अपने मोबाईल में कैमरे में उतारा। यूनेस्को (UNESCO) टीम ने मनिहारों के रास्ते, दामोदर जी की गली, चौड़ा रास्ता, लालजी सांड का रास्ता और हेरीटेज वॉक में विरासत को देखा। (UNESCO Investigation Team)
जयपुर के परकोटे को 6 जुलाई 2019 को यूनेस्को (UNESCO) की विश्व विरासत का तमगा मिला और फरवरी 2020 को अल्बर्ट हॉल पर यूनेस्को (UNESCO) की महानिदेशक ने वर्ल्ड हेरिटेज का सर्टिफिकेट दिया। इस दौरान यूनेस्को (UNESCO) की टीम से कुछ कमिटमेंट भी किए। उनमें अतिक्रमण और ट्रैफिक को लेकर गाइडलाइन दी थी। जिसका निरीक्षण करने के लिए यूनेस्को (UNESCO) की टीम चारदीवारी की तंग गलियों में पहुंची।
यूनेस्को (UNESCO) की टीम ने सुबह 8 बजे चौकड़ी मोदीखाना से अपना विजिट शुरू किया। मनिहारों का रास्ता में विरासत को देखा और गुलाल गोटे और लाख की चूड़ियों की भी जानकारी ली। यूनेस्को (UNESCO) टीम के सामने ही स्थानीय लोगों ने स्मार्ट सिटी के तहत हो रहे काम से परेशानी को लेकर विरोध भी जताया। लोगों ने टीम को अपनी समस्याएं भी बताई। यूनेस्को (UNESCO) टीम ने चौड़ा रास्ता में हेरिटेज इमारत नानाजी की हवेली में हो रहे निर्माण, विरासत में शामिल जगहों पर लाइट के खुले हुए तार और डीपी जंक्शन को लेकर के सवाल उठाए। (UNESCO Investigation Team)
निरीक्षण के दौरान कमियों और खासियत दोनों की तस्वीरें अपने कैमरे में उतारा। विजिट के दौरान यूनेस्को (UNESCO) की टीम के आगे-आगे निगम का हूपर और सफाई कर्मचारियों और आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए पशु प्रबंधन की टीम चलती रही। दो साल पहले इतिहास के पन्नों में दर्ज यादगार को यूनेस्को के डर से परकोटे मूल स्वरूप दिया जा रहा है। यूनेस्को (UNESCO) से पहुंची टीम में फ्रांस के पोल और जापान की मिंजा यांग ने हेरिटेज सेल की टीम के साथ फील्ड विजिट किया। इस दौरान चौकड़ी मोदीखाना में स्थित मनिहारों का रास्ता, लोहा मंडी, दामोदर जी गली, नाटाणियों का का रास्ता, लालजी सांड का रास्ता और यहां बने हेरिटेज वॉकवे का दौरा किया। (UNESCO Investigation Team)
यूनेस्को (UNESCO) टीम ने यहां के दिगम्बर जैन मंदिर, हवेलियों, ड्रेनेज सिस्टम और कारीगरी की जानकारी ली। यूनेस्को (UNESCO) की टीम ने उनकी ओर से तय मापदंडों को बारीकी से जांचा। ये टीम करीब 9 दिन जयपुर शहर में रुकेगी और शहर में विरासत संरक्षण की दिशा में किए गए कार्यों का निरीक्षण भी करेगी। यूनेस्को (UNESCO) टीम के साथ मौजूद रही हैरिटेज सेल की कंजर्वेशन आर्किटेक्ट चांदनी चौधरी (चांदनी चौधरी ) ने बताया कि फील्ड विजिट चौकड़ी मोदीखाना से शुरू किया गया। जिसमें मनिहारों के रास्ते से शुरुआत की गई। पहले एक-एक इमारत की सूची तैयार की गई थी। (UNESCO Investigation Team)
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