इतिहास के पन्नों में औरंगजेब की पहचान एक कट्टर शासक के रूप में की जाती है
हालांकि इतिहासकारों का ये भी मानना है कि वो रंगीन मिजाज शख्स भी था
उस दौरान औरंगजेब का दिल लाल कुंवर नाम की तवाएफ पर आ गया था, जिससे वो प्यार करने लगा
महल के अंदर लाल कुंवर का रूतबा ऐसा हो गया कि ये बात औरंगजेब की पत्नी, बेटी और बहन को खटकने लगी
फिर आगे चलकर जहांदार शाह की लाल कुंवर से शादी हो गई, फिर इम्तियाज महल के तौर पर उन्हें नया नाम दिया गया
फिर जहांदार आगे चलकर मुगलिया सल्तनत के बादशाह बनें, फिर उन्होंने उसे अपनी पत्नी का दर्जा दिलाया