India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Udaipur News: उदयपुर में देर रात सलूंबर से भाजपा विधायक अमृतलाल मीणा (65) का निधन हो गया। हार्ट अटैक के कारण उनकी मृत्यु होने की आशंका है, हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चलेगा। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें एमबी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। अमृतलाल मीणा लगातार तीन बार से सलूंबर के विधायक थे। आदिवासी नेता के रूप में उनकी पहचान थी। उनके निधन की सूचना मिलते ही उदयपुर और सलूंबर के भाजपा नेता और कार्यकर्ता हॉस्पिटल पहुंचे।अमृतलाल मीणा का राजनीतिक जीवन संघर्ष और सफलता की मिसाल रहा है, लेकिन उनका असमय निधन क्षेत्र और पार्टी के लिए एक बड़ी क्षति है।
अमृतलाल मीणा का जन्म सलंबूर जिले के लालपुरिया गांव में सन 1959 को हुआ था। 2013 में कांग्रेस की बसंती देवी मीणा को हराकर वो पहली बार विधायक चुने गए। 2018 और 2023 में उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता रघुवीर सिंह मीणा को हारया। उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत साल 2004 में पंचायत समिति सराड़ा के सदस्य के तौर पर की थी। 2007-10 तक वे जिला परिषद उदयपुर के सदस्य रहे। पंचायत समिति सराड़ा से 2010 में नेता प्रतिपक्ष भी रहे।
अमृतलाल मीणा को साल 2021 जेल भी जाना पड़ा था। मामला था फर्जी मार्कशीट का। 2015 में उनकी पत्नी शांता देवी सेमारी से सरपंच का चुनाव जीती थीं। तब उनकी प्रतिद्वंदी उम्मीदवार सुगना देवी ने शांता देवी के खिलाफ फर्जी मार्कशीट की शिकायत दर्ज कराई थी। सीबीसीआईडी जांच में मामला सही पाया गया था। जांच में सामने आया कि अमृतलाल मीणा ने बतौर अभिभावक अपनी पत्नी की पांचवीं की मार्कशीट पर साइन किए थे। ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया था। कोर्ट ने विधायक अमृतलाल मीणा की जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें जेल भेज दिया गया था।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौर, राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे ने सलूंबर से विधायक अमृत लाल मीणा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
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