India News RJ ( इंडिया न्यूज ), Madan Dilawar in Assembly: शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने आदिवासी समाज पर की गई अपनी टिप्पणी पर विधानसभा में माफी मांग लिया है। प्रश्नकाल की कार्यवाही चलने के दौरान दिलावर ने कहा कि मैं भी आदिवासी हूं। मेरे पिता जी, दादा जी सब सीताबाड़ी के जंगलों में रहते थे। वहां उनका मकान भी था इसलिए मेरे मन में आदिवासी समाज के लिए सम्मान का भाव है। इस दौरान उन्होंने महाराणा प्रताप के लड़ाई की बात करते हुए बताया कि आदिवासियों ने महाराणा प्रताप की युद्ध में सहायता किया था।
मंत्री दिलावर ने विधानसभा में कहा कि मैं जानता हूं कि जब भगवान राम वनवास में थे तब उनकी सहायता करने वाले आदिवासी ही थे, यहां तक कि भगवान ने माता शबरी के जूठे बेर भी खाए थे। साथ ही विधानसभा में उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज भी समाज का अभिन्न अंग है। जिसके बारे में मैं नकारात्मक भाव नहीं मानता। किसी भी आदिवासी बंधु को, जो मेरी जाति से हैं, यदि मेरे शब्दों से उनको कोई कष्ट हुआ हो तो मैं उनके प्रति खेद प्रकट करता हूं।
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शिक्षा मंत्री दिलावर ने आदिवासी समाज पर एक बयान दिया था जो विवादों के घेरे में आ गया था। विवादित बयान में कहा था कि जो भी आदिवासी अपने आपको हिंदू नहीं मानता उसे डीएनए टेस्ट करवाना चाहिए कि उनका बाप कौन है। इस बयान से राजनीति गरमा गई, जिसके बाद आदिवासी पार्टी ने बयान पर आपत्ति जताया और मंत्री से माफी मांगने की मांग किया। साथ ही आदिवासी पार्टी ने विरोध प्रदर्शन भी किया और मंत्री दिलावर के इस्तीफे की मांग कर दी। बीते दिनों बीएपी से सांसद राजकुमार रोत ने दिलावर के घर ब्लड सैंपल भी भेज दिया था।
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