इस खूबसूरत देश को नहीं मिल रहा प्रधानमंत्री!  

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हाल ही में फ्रांस में चुनाव हुआ, लेकिन उसके बाद भी नया प्रधानमंत्री नहीं मिला है। 

इमैनुएल मैक्रों ने गैब्रियल अटाल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। अब वो केयरटेकर पीएम रहेंगे। 

अब सवाल ये है कि अब फ्रांस को नया प्रधानमंत्री कब मिलेगा। 

फ़्रांस में चुनावों के परिणाम में लेफ्ट पार्टियों का गठबंधन ‘न्यू पॉपुलर फ्रंट’ (NPF) सबसे बड़ा गठबंधन बन कर सामने आया है। 

इसके पास सबसे ज्यादा सीट है, लेकिन अंदरूनी खींचतान के कारण नए पीएम का नाम सामने नहीं आ रहा है। 

वही, धुर वामपंथी पार्टी के कैंडिडेट को सोशलिस्ट पार्टियां अपना समर्थन नहीं देना चाहती है। 

उधर 73 वर्षीय ह्यूगेटो बेलो को सोशलिस्ट पार्टियों ने अपना समर्थन देने से इंकार किया है। 

सभी राजनीतिक पार्टियों से सहमति से एक नाम देने के लिए राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अपील की है, जिसके बाद रिपब्लिकन पार्टियों पर जिम्मेदारी बढ़ गया है। 

बता दे, इस गठबंधन के बाद 200 से ज्यादा कैंडिडेट्स ने अपना नाम वापस लिया। 

जिससे गैर दक्षिणपंथी वोटों का विभाजन न हो और RN कैंडिडेट के एक सीट का मुकाबले एक से हो। 

इस गठबंधन का इतना असर रहा है कि सबसे ज्यादा वोट शेयर मिलने के बाद भी नेशनल रैली पार्टी तीसरे नंबर पर है।