ग्लोबल वार्मिंग का धरती के पर्यावरण पर काफी असर हो रहा है. ध्रुवीय बर्फ लगातार फिघल रहे हैं

हर चार साल में एक बार फरवरी महीने में एक अतिरिक्त दिन जुड़ जाता है, जिसे लीप वर्ष के रूप में जाना जाता है

 कुछ वर्षों के बाद एक ‘लीप सेकंड’ भी जुड़ जाता है जो आमतौर पर दिसंबर या जून के अंत में होता है.

पृथ्वी जिस गति से अपनी धुरी पर घूमती है उसमें थोड़ा उतार-चढ़ाव होता है,

पृथ्वी के तेजी से घूमने के कारण 2029 में नकारात्मक लीप सेकंड आ सकता है. इसके वजह से स्मार्टफोन और कंप्यूटर में ‘अभूतपूर्व’ समस्याएं पैदा हो सकती हैं.

काफी स्टडी करने के बाद पता चला है कि धरती के सार्वभौमिक समय (UTC-Coordinated Universal Time) पर 2029 तक नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.

उन्होंने यह भी कहा कि ध्रुवों के बर्फ के पिघलने से अगर धरती का घूर्णन धीरे नहीं होता है तो

3 साल पहले यानी कि 2026 में समय नकारात्मक यानी नेगेटिव होने लगेगा.