India News(इंडिया न्यूज़), Tata Group: टाटा ग्रुप का ज्वाइंट मार्केट कैप 30 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो गया है। ये भारतीय व्यवसाय के लिए एक ऐतिहासिक पल है। शेयरधारक की संपत्ति में ये रेज एक साल में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाटा मोटर्स, टाटा पावर और इंडियन होटल्स के शेयरों में लोगों की बढ़ती रुचि के चलते हुई है। जिसके बाद रतन टाटा के Tata Group ने वो मुकाम हासिल करके दिखाया है जिसे गौतम अडानी का अडानी ग्रुप या फिर मुकेश अंबानी का रिलायंस इंडस्ट्रीज नहीं कर पाए।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड ने 2024 की शुरुआत से 9 प्रतिशत से भी ज्यादा बढ़ी है, जबकि टाटा मोटर्स लिमिटेड 20 प्रतिशत से अधिक आगे बढ़ी है। इसके अलावा, टाटा पावर में 18 प्रतिशत और इंडियन होटल्स में 16 प्रतिशत का अच्छा उछाल आया है। बता दें कि टाटा समूह के पास एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध 24 कंपनियां हैं।
समूह के बाजार मूल्य में आधे से ज्यादा का कंट्रिव्युशन टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज द्वारा किया जाता है। मंगलवार को एनएसई पर सॉफ्टवेयर बेलवेदर के शेयर 3.9 प्रतिशत बढ़कर ₹4,129 हो गए, जिससे इसका एम-कैप पहली बार ₹15 लाख करोड़ के पार पहुंच गया। कंपनी ने सोमवार को AI और मशीन लर्निंग का उपयोग करके यूरोप असिस्टेंस के आईटी ऑपरेटिंग मॉडल को बदलने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। शेयर अब तक 8.3 प्रतिशत ऊपर हैं।
टाटा मोटर्स और टाइटन दोनों का बाजार मूल्य मंगलवार तक ₹30 लाख करोड़ से अधिक पहुंच गए। दिसंबर में समाप्त तिमाही के लिए कंपनी द्वारा मजबूत वित्तीय आंकड़ों की रिपोर्ट के बाद पूर्व के शेयर तेजी पर हैं और अब तक के सबसे ऊपर पर हैं। मजबूत तीसरी तिमाही के अलावा, विश्लेषकों ने टाटा मोटर्स को जेएलआर, पीवी और सीवी व्यवसाय में लगातार सुधार और मौजूदा स्तरों से ऑटोमोटिव लोन में कमी की सराहना की। साल-दर-साल इसके शेयर करीब 19 फीसदी ऊपर हैं। हालांकि, टाइटन की साल की शुरुआत निराशाजनक रही और उसके शेयरों में 3.2 प्रतिशत की गिरावट आई है।
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