India News ( इंडिया न्यूज ) Heart Attack & Cardiac Arrest: बिगड़ती लाइफ और लोगों के बिजी शेड्यूल की वजह से इन दिनों हार्ट अटैक और कार्डिक अरेस्ट के केस लगातार बढ़ रहे हैं। यो दोनों कभी भी किसी को अपना शिकार बना लेते हैं, जिसके कारण मौत हो जाती है। कार्डिक अरेस्ट के केस में न तो लक्षण दिखाई देते हैं और ना ही इसमें जान बचने का मौका होता है। वहीं हर्ट अटैक के मामलों में ये 48 घंटे से लेकर 24 घंटे पहले ही नजर आ जाते हैं साथ ही इसमें जान बचने का मौका भी रहता है।
हर्ट अटैक और कार्डिक अरेस्ट में है अंतर
कुछ दिन पहले ही बैडमिंटन खेलते समय हार्ट फेल होने की वजह से एक 38 साल के शख्स की मौत हो गई। वहीं दूसरी घटना हैदराबाद की एक शादी में डांस करते वक्त एक युवक का हार्ट फेल हो गया था। दरअसल लोग जिसे हार्ट अटैक बता रहे हैं वो कार्डिएक अरेस्ट है और यह बिना लक्षण के ही आता है। हार्ट इटैक और कार्डिएक अरेस्ट दोनों के बीच क्या फर्क होता है आइए जानते हैं।
कार्डिएक अरेस्ट और हार्ट अटैक में है फर्क
बता दें कि हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट में काफी फर्क होता है। जब हमारे हार्ट में खून नही पहुंचता तब हार्ट अटैक आता है, लेकिन कार्डिएक अरेस्ट अचानक से ही आता है और उसमें हार्ट काम करना बंद कर देता है। आर्टिरीज में ब्लड फ्लो रूक जाता है या खत्म हो जाता है तो तब हर्ट अटैक आता है। वहीं दिल का धड़कन अचानक रूकने की वजह से कार्डिएक अरेस्ट आता है।
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