India News (इंडिया न्यूज़), PFI: राजस्थान के अलवर जिले में एक बार फिर एक दर्जी को कथित रुप से PFI द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई। बीते साल 28 जून को कन्हैया लाल साहू द्वारा एक विवादस्पद सोशल मीडिया पोस्ट डाले जाने पर PFI ने उसकी बेरहमी हत्या कर दी थी। अब इस धमकी से उनकी हत्या की यादें ताज़ा हो गई है। सोहनलाल जाटव जो की चिकानी गांव का एक दर्जी है उसका कहना है की उनके पास लगभग 13 दिन पहले पोस्ट के जरिए एक खत आया था। इस खत में उन्हें जान से मारने तथा बम से उड़ाने की धमकी लिखी गई थी।
शनिवार को जाटव ने सदर पुलिस स्टेशन में उसको आए हुए पत्र की जानकारी दी थी। जिसके बाद अधिकारियों द्वारा जांच शुरु करदी गई थी। PFI के नाम से आए उस पत्र में जाटव को सही अमाउंट स्वीकार कर, 31 दिसंबर तक दुकान खाली करने का अल्टोमेटम दीया गया है। इस खत में कुल तीन दुकानों को खाली करने को कहा गया है।
रविवार को मीडिया से बातचीत में जाटव ने कहा कि,” उन्होंने 1971 में ग्राम पंचायत से जमीन खरीदी थी। पैसा जमा करने और लीज डीड प्राप्त करने के बाद, उन्हें कुछ लोगों से कानूनी मामले का सामना करना पड़ा। आखिरकार एक समझौता हुआ, जिससे उन्हें जमीन पर एक दुकान बनाने की अनुमति मिल गई। उन्होंने कहा, ‘मैंने कई सालों तक इस दुकान में दर्जी के रूप में काम किया। पिछले छह महीनों से, मैंने दुकान को बालाजी स्टेशनर्स को किराए पर दे दिया है। अब, धमकी दी गई है कि दुकान पर मेरा कब्जा अवैध है, और मुझे इसके लिए भरपाई करनी चाहिए और इसे खाली कर देना चाहिए।”
एसपी आनंद शर्मा के अनुसार चिकानी पोस्ट ऑफिस में 13 नवंबर को ये पत्र भेजा गया था। परंतु इसकी डिलीवरी में टाइम लग गया। पुलिस ने कहा,” ऐसी संभावना है कि पत्र का उद्देश्य (विधानसभा) चुनाव के दौरान गड़बड़ी पैदा करना रहा होगा। दुकान खाली करने का विवाद 30 साल पहले सुलझा लिया गया था। मामले की जांच जारी है।”
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