India News ( इंडिया न्यूज) Israel-Hamas war: इजराइल और हमास के बीच जंग और भी बढ़ गई है। इसी दौरान संयुक्त राष्ट्र UN फिलिस्तीन में इजरायली बस्तियों के विरूद्ध एक अहम प्रस्ताव पास किया गया है। जिसका विरोध अमेरिका, कनाडा सहित 7 देशों ने किया है तो वहीं इस मतदान के समय 18 देश अनुपस्थित रहे हैं। जानकारी और रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के पक्ष में अपना वोट किया है। इस दौरान पूर्वी येरुशलम और कब्जे वाले सीरियाई गोलान सहित ‘कब्जे वाले फिलिस्तीन क्षेत्र’ में इजरायली बस्ती की निंदी की गई है।
जानकारी के मुताबिक 9 नवंबर को इसके मसौदा प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के दो दिन बाद इसको स्वीकार कर लिया गया। जिसमें पूर्वी यरुशलम और कब्जे वाले सीरियाई गोलान सहित कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्र में इजरायली बस्तियां’ शीर्षक वाला संयुक्त राष्ट्र मसौदा प्रस्ताव भारी बहुमत से पारित किया गया। इस दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के साथ केवल सात देशों ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया। साथ ही इस प्रस्ताव के विरूद्ध मतदान करने वाले देशों में हंगरी, इजरायल, मार्शल द्वीप, संघीय राज्य माइक्रोनेशिया और नाउरू शामिल रहे।
भारत के इस वोट का मतलब इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के संबंध में नई दिल्ली सैद्धांतिक रुख को दर्शाता है। बता दें कि जब हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था तो लगभग उसमें 1200 लोगों की मौत हुई थी। तो वहीं भारत ‘इजरायल के साथ शांति से सुरक्षित और मान्यता प्राप्त सीमाओं के भीतर रहने वाले एक संप्रभु, स्वतंत्र और व्यवहार्य फिलिस्तीन राज्य की स्थापना की दिशा में सीधी बातचीत फिर से शुरू करने’ की वकालत करती है. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 अक्टूबर को इजरायल में किए गए क्रूर आतंकी कृत्यों के लिए हमास की आलोचना की थी।