India News(इंडिया न्यूज़), Jaggery: सर्दियों में गुड़ का सेवन अधिक किया जाता है क्योंकि यह शरीर को गर्म रखने में मदद करता है। ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि जो गुड़ आप खा रहे हैं वह असली है या नकली? सर्दी और खांसी से बचने के लिए हर दिन गुड़ खाना सबसे अच्छा माना जाता है। हालांकि, कुछ लोगों को असली और नकली गुड़ की पहचान नहीं होती है, जिसके कारण लोग बाजार से नकली गुड़ खरीद लेते हैं। तो कुछ खास तरीकों से असली और नकली गुड़ की पहचान कर सकते हैं।
गुड़ की प्रकृति गर्म मानी जाती है इसलिए इसे ठंड के दिनों में खाया जाता है। तो आपके लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि जो गुड़ आप खा रहे हैं वह असली है या नकली? नकली और मिलावटी गुड़ में कैल्शियम कार्बोनेट और सोडियम बाइकार्बोनेट मिलाया जाता है। जो शरीर के लिए बहुत हानिकारक होता है। जबकि इसे सही रंग देने के लिए सोडियम बाइकार्बोनेट का उपयोग किया जाता है ताकि यह असली दिखे।
हमेशा भूरे रंग का गुड़ चुनें। कोशिश करें कि पीले या हल्के भूरे रंग का गुड़ न खरीदें क्योंकि इसके नकली होने की पूरी संभावना है। गन्ने के रस को काफी देर तक उबालने के बाद इसमें रासायनिक परिवर्तन होते हैं। जिसके कारण इसका रंग गहरा लाल और भूरा हो जाता है।
बाजार में आपको नकली गुड़ मिल जाएगा जो सफेद, हल्का पीला या लाल (चमकदार) होता है। अगर आप इसे पानी में डालेंगे तो मिलावटी पदार्थ बर्तन की तली में बैठ जाएंगे, जबकि शुद्ध गुड़ पानी में पूरी तरह घुल जाएगा।
गुड़ की जांच करके आप असली और नकली गुड़ की पहचान कर सकते हैं। इसके लिए गुड़ खरीदने से पहले उसे हल्का सा चख लें। ऐसे में अगर गुड़ का स्वाद थोड़ा कड़वा या नमकीन हो जाए तो समझ लें कि आपका गुड़ नकली है। गुड़ का स्वाद मीठा होने पर समझ लें कि यह पूरी तरह से शुद्ध और असली है।
नकली गुड़ को मीठा बनाने के लिए इसमें चीनी के क्रिस्टल मिलाए जाते हैं। ऐसे में अगर आप नकली गुड़ को पानी में डाल दें तो वह नीचे बैठ जाता है। वहीं, वजन में हल्का होने के कारण असली गुड़ पानी में तैरने लगता है और जल्दी घुल जाता है।