India News (इंडिया न्यूज़), Rajasthan News: राजस्थान के मेवाड़ अंचल का प्रमुख त्योहार जलझूलनी एकादशी पर्व हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाता है, जो इस बार 25 सितंबर सोमवार को मनाया जा रहा है। इसको लेकर मेवाड़ के प्रसिद्ध धाम गड़बोर चारभुजा नाथ, सांवरिया सेठ, कोटडी श्याम सिंगोली श्याम और सरथला चारभुजा, कोठाज श्याम राजस्थान में अपनी एक विशिष्ट पहचान के साथ श्रद्धालुओं के लिए प्रमुख आस्था का केंद्र है। इन मंदिरों में श्रद्धालु भगवान की प्रतिमा के श्रृंगार के लिए विशेष पोशाक ले जाकर पुजारी के माध्यम से भगवान का पहनावा करते हैं।
इसी को लेकर इन दोनों दर्जी समाज भगवान की भाती-भाती आकर्षित करने वाली पोशाक-बाग तैयार की जा रही है। कारीगर राजु टेलर ने बताया कि श्रद्धालुओं की विशेष मांग पर पोशाक में हैंड वर्क, स्टोन, विभिन्न प्रकार की तुरिया, गोटा किनारी लगाकर भगवान के पोशाक बागा का बनाया जाता है जिसमें सुंदरता के साथ हैंड वर्क की जाती है । त्योहार को देखते हुए दर्जी समाज द्वारा दो-तीन महीने पहले ही इसकी तैयारी की जाती है। जलझूलनी पर्व पर विशेष रूप से भगवान चारभुजा नाथ को श्रद्धालुओं द्वारा बैवाण मे विराजित प्रतिमा को पोशाक पहना कर विशेष श्रृंगार किया जाता है। जिससे भगवान चारभुजा नाथ की प्रतिमा इस श्रृंगार से निखर उठाती है।