India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan Paper Leak Case: राजस्थान में विधानसभा चुनाव का समय पास है। ऐसे में प्रदेशभर में एक मुद्दा जोरो पर है और वो मुद्दा है पेपर लीक मामला। जिसमें पेपर लीक मामले का मुख्या भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था इसके बावजुद भी पेपर लीक होना नही रुके थे। इस मामले में कई बड़े नेता और ऑफ्सरो के नाम भी सामने आए थे। अस बीच अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम राजस्थान में पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई की है। राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन (RPSC) के सदस्य बाबूलाल कटारा और अनिल कुमार उर्फ शेर सिंह मीणा को गिरफ्तार किया है। इस दौरान कोर्ट में पेशी के बाद दोनों आरोपियों को तीन दिन की ED हिरासत में भेज दिया गया।
बता दें कि ED ने ये मामला राजस्थान पुलिस के दर्ज मामले के आधार पर जांच के लिये लिया था। राजस्थान पुलिस ने इस मामले में चार्जशीट भी दाखिल की थी और ED ने इसमें मनी लॉड्रिग का मामला दर्ज कर जाँच शुरू की थी। इन दोनो आरोपियों को धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया और एक विशेष अदालत ने तीन दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया। ईडी की जांच में पता चला कि सीनियर टीचर ग्रेड ll के लिए 21 दिसंबर 22 दिसंबर और 24 दिसंबर 2022 को होने वाले जनरल नॉलेज के पेपर को बाबूलाल कटारा ने लीक करके सबसे पहले अनिल कुमार उर्फ़ शेर सिंह मीणा को बेच दिया था। इसके बाद शेर सिंह मीणा ने ये पेपर अपने बाद आगे भूपेन्द्र शरण और सुरेश ढाका समेत दूसरे आरोपियों तक पहुंचाया था।
आपको बता दें कि पेपर अभ्यर्थियों को आठ से दस लाख रुपये में बेचा गया था। ईडी ने मामले की जांच में पांच जून को 15 जगहों पर छापेमारी कर सबूत जुटाए थे। जिसके बाद ईडी ने अगस्त 2023 में बाबूलाल कटारा और अनिल कुमार उर्फ़ शेर सिंह मीणा की 3.11 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्तियों को भी अस्थायी रूप से कुर्क किया था। इस मामले का खुलासा होने के बाद राजस्थान सरकार सक्रिय हो गई और सख्त एक्शन की बात कही थी। तो वहीं, पेपर की तैयारी कर रहे छात्रों में पेपर लीक होने के कारण भारी नाराजगी देखी गई थी। शिकायत के बाद मामला प्रवर्तन निदेशालय तक पहुंचा था। राजस्थान पुलिस ने भी इस मामले की जांच में सक्रियता दिखाई थी और ये बड़ा एक्शन लिया गया है।